Bihar AQI: बिहार के कई जिलों में कोहरे और ठंड का असर दिख रहा है. इस बीच प्रदेश के कई जिलों की आबो हवा भी बेहद खराब हो गई है. केंद्रीय प्रदूषण कंट्रोल बोर्ड के अनुसार, सुबह 9 बजे पटना के पास डीआरएम ऑफिस दानापुर के नजदीक AQI 332 दर्ज किया गया है. यह हवा की बेहद ही खराब श्रेणी मानी जाती है. सिर्फ राजधानी पटना ही नहीं प्रदेश के कई जिलों की हवा जहरीली हो गई है. मुजफ्फरपुर में बुद्धा कॉलोनी के पास भी हवा बेहद खराब श्रेणी में है. यहां AQI लेवल 351 दर्ज किया गया है. वहीं हाजीपुर इंडस्ट्रियल एरिया में सुबह 9 बजे AQI 403 दर्ज किया गया है, जो बेहद ही घातक है. सिर्फ पटना मुजफ्फरपुर ही नहीं बल्कि बिहार के कई जिलों में सांस लेना मुश्किल हो गया है क्योंकि यहां हवा की श्रेणी बेहद ही स्थिति में पहुंच गई है. गया में सुबह 9 बजे AQI 294, अररिया में 221, पूर्णिया में 74 AQI लेवल दर्ज किया गया है. पूर्णिया में AQI लेवल संतोषजनक है.
इन जिलों में क्या है AQI लेवल
मुंगेर में AQI लेवल मध्यम श्रेणी में है.यहां AQI 105 दर्ज किया गया है. मोतिहारी में 161, किशनगंज में 176, कटिहार में 136, सहरसा में 233, समस्तीपुर जिले की हवा प्रदूषित है. यहां AQI लेवल 226 है. सासाराम जिले में हवा की गुणवत्ता खराब श्रेणी में है. यहां AQI 233 है. वहीं छपरा में AQI 190 दर्ज किया गया है. बक्सर में 252, भागलपुर में AQI 145 दर्ज किया गया है. बेतिया में हवा काफी प्रदूषित है. यहां AQI लेवल 253 दर्ज किया गया है.
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क्या है AQI ?
AQI यानी एयर क्वालिटी इंडेक्स या वायु गुणवत्ता सूचकांक हवा में प्रदूषण कितना है, यह जानने का एक तरीका है। इससे पता चलता है कि हवा हमारे लिए कितनी साफ या गंदी है। AQI में PM2.5, PM10, NO2, SO2, CO और O3 जैसे प्रदूषकों को मापा जाता है। ये प्रदूषक हमारी सेहत के लिए हानिकारक होते हैं। AQI की गणना हवा में मौजूद प्रदूषकों की मात्रा को मापकर की जाती है। हर प्रदूषक के लिए एक मानक तय होता है और उसी हिसाब से AQI का स्कोर दिया जाता है।