मोरवा : प्रखंड क्षेत्र में इन दोनों बिना नंबर की बाइक की भरमार देखी जा रही है. इससे अपराध को बल मिला है. अपराधी बिना नंबर की बाइक से अपराध कर पुलिस के सामने चुनौती पेश कर रहे हैं. पुलिस का कहना है कि बिना नंबर की बाइक से अपराध कर अपराधी सुरक्षित बच निकलने में कामयाब हो जाते हैं. ऐसे में पुलिस की परेशानी बढ़ती नजर आ रही है. ताजा मामले का खुलासा तब हुआ जब हलई पुलिस ने चार बिना नंबर की बाइक जब्त की. इन बाइकों से लूटपाट की घटना को अंजाम दिया गया था. बताया जाता है कि कोर्ट का सख्त निर्देश है कि बिना रजिस्ट्रेशन के बाइक की डिलीवरी नहीं करनी है. बाइक लेने के पहले लोगों को रजिस्ट्रेशन कराना अनिवार्य होता है. ऐसे में बिना इंश्योरेंस और रजिस्ट्रेशन की बाइक एजेंसी द्वारा बाइक निर्गत करना कानूनी अपराध भी है. लेकिन तमाम निर्देशों को ताक पर रखते हुए एजेंसियों के द्वारा धड़ल्ले से बिना नंबर के बाइक की डिलीवर की जा रही है. इससे पुलिस की परेशानी लगातार बढ़ती जा रही है. छठ पर्व के ठीक पहले खरीदे गये तीन बिना नंबर की बाइक से लूट की घटना के अंजाम देने के बाद जब पुलिस ने तीनों बाइकों को जब्त किया तो असली बाइक मलिक का पता करने में पुलिस के पसीने छूटने लगे. काफी मशक्कत के बाद बाइक मालिक का तो पता कर लिया गया लेकिन एजेंसी का पता नहीं चला. ऐसे में एजेंसी संचालकों पर कार्रवाई की बात भी पुलिस द्वारा की जा रही है. बताया जाता है कि परिवहन विभाग के द्वारा ऐसा सख्त निर्देश जारी किया गया था जिसके आलोक में बिना नंबर के बाइक की डिलीवरी करना जुर्म है. पुलिस का कहना है की एजेंसी मालिक भी इस जुर्म के लिए दोषी हैं. बताते चलें कि इन दिनों जिले में लोन पर गाड़ियों की डिलीवरी हो रही है. विशेष मौकों पर गाड़ियों की इतनी सप्लाई होती है कि उसका रजिस्ट्रेशन और नंबर प्लेट लगाना संभव नहीं हो पाता. जिसके कारण ऐसे ही मौके पर गाड़ियों की बिना नंबर प्लेट के डिलीवरी दी जाती है. हलई थाना अध्यक्ष ब्रजेश कुमार सिंह ने बताया कि कौआ चौक के कपड़ा व्यवसायी से हुई लूटपाट की घटना के बाद बदमाशों के एक अपाचे और दो स्प्लेंडर बाइक बिना नंबर के ही जब्त किये गये थे.
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