पटना के कदमकुआं थाना क्षेत्र में रहने वाली महिला प्रोफेसर को डिजिटल अरेस्ट करके उनसे तीन करोड़ रुपए से अधिक पैसे की ठगी मामले में ताबड़तोड़ छापेमारी की गयी है. पुलिस ने नालंदा और पटना में छापेमारी की है. शातिरों के मोबाइल नंबर को जब खंगाला गया तो सभी नंबर बंद मिले. जांच के दौरान बैंक खातों को लेकर भी हैरान करने वाला खुलासा हुआ है. कुछ खाताधारकों को हिरासत में भी लिया गया है.
महिला प्रोफेसर को डिजिटल अरेस्ट करके ठगे थे रकम
पटना के कदमकुआं थाने के रोड नंबर-5 में रहने वाली 72 वर्षीया रिटायर्ड प्रोफेसर ज्योति वर्मा से डिजिटल अरेस्ट कर तीन करोड़ रुपये से अधिक की रकम ठगने के मामले में पुलिस ने कार्रवाई की है. साइबर थाने की पुलिस ने बैंक से डिटेल मांगा है. जिन खातों में रुपये गये हैं, उन्हें भी ब्लॉक करा दिया गया है.
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किसने लीक कर दी प्रोफेसर से जुड़ी ये जानकारी?
सूत्र ने बताया कि महिला प्रोफेसर अकेले रहती हैं और उनके कई एफडी व बचत खाते हैं, यह जानकारी किसी अपने ने दी है. पुलिस ने बैंकों से कई और अहम जानकारी ली है. साथ ही सीसीटीवी फुटेज भी मांगा है. पुलिस उनके घर पर भी पहुंची थी. मालूम हो कि साइबर शातिरों ने डिजिटल अरेस्ट कर अलग-अलग खातों में तीन करोड़ रुपये से अधिक राशि ट्रांसफर करा ली थी.
सभी नंबर बंद, पुलिस ने नालंदा और पटना में की छापेमारी
इस मामले में शातिरों ने जिन-जिन मोबाइल नंबरों का इस्तेमाल किया है. वे सभी नंबर स्विच ऑफ हैं. यही नहीं, जिन खातों में रुपये ट्रांसफर किये गये, वे भी फर्जी बताये गये हैं. सूत्रों ने बताया कि साइबर थाने की टीम ने खाताधारकों को हिरासत में ले लिया है. जल्द पुलिस इस पूरे मामले का खुलासा करेगी. यही नहीं, पुलिस ने नालंदा और पटना में छापेमारी की है. बैंक के अधिकारियों से भी पुलिस ने घंटों पूछताछ की है. टीम ने पूछा कि इतनी जल्दबाजी में अगर कोई इतना पैसा ट्रांजेक्शन कराया, तो बैंक ने इसके बारे में पूछताछ क्यों नहीं की.