Bihar AQI: पटना. बिहार ने बुधवार को इस सीजन का सबसे दमघोंटू दिन देखा. हाजीपुर का AQI की सूई 400 पर फिक्स लाल निशान के पार पहुंची. हालत ऐसे हैं कि कुछ देर बाहर जाने पर ही आंखों में जलन और पानी आने लगता है. पटना और गया जैसे शहरों में भी हर व्यक्ति हर पल अपने फेफड़ों में ज़हर भर रहा है. जानकारों का कहना है कि इस समय हाजीपुर की हवा में सांस लेना 40 सिगरेट पीने के बराबर है. ऐसी हवा में सांस लेना भी स्वास्थ्य के लिए घातक माना जाता है, लेकिन सिर्फ हाजीपुर ही नहीं बल्कि बिहार के गया जिले में करीमगंज के पास AQI 309 दर्ज किया गया है. कई जिलों में प्रदूषित हवा से हालात चिंताजनक बने हुए हैं.
राजगीर की हवा भी बेहद प्रदूषित
बिहार के करीब आधा दर्जन शहरों में हवा का प्रदूषण घातक श्रेणी में पहुंच चुका है. केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने बताया है कि बुधवार की सुबह नौ बजे राजधानी पटना के राजवंशी नगर इलाके में AQI 250 दर्ज किया गया है. डीआरएम ऑफिस दानापुर के पास वायुगुणवत्ता सूचकांक 266 दर्ज किया गया है. यह दोनों AQI खराब श्रेणी में आते हैं. पटना से सटे मुजफ्फरपुर में बुद्धा कॉलोनी के पास सुबह नौ बजे एक्यूआई 333 दर्ज किया गया है. यह बेहद खराब श्रेणी में आता है. पर्यटन स्थली राजगीर में भी खराब श्रेणी का वायु प्रदूषण है. यहां AQI 251 दर्ज किया गया है. बक्सर जिले की हवा सुबह खराब श्रेणी में रही. यहां AQI 275 है.
कटिहार की हवा बेहतर
सीवान जिले में वायु प्रदूषण मध्यम श्रेणी का है. यहां एक्यूआई 111 दर्ज किया गया है. सासाराम जिले में भी मध्यम श्रेणी की हवा है. यहां वायु गुणवत्ता सूचकांक 173 है. समस्तीपुर जिले में एक्यूआई 185 दर्ज किया गया है. यह मध्यम श्रेणी में आता है. सहरसा में भी वायु प्रदूषण का स्तर मध्यम श्रेणी का है. यहां AQI 193 दर्ज किया गया है. मुंगेर में AQI 170, मोतिहारी में AQI 164 और किशनगंज में 162 दर्ज किया गया है. कटिहार में AQI 135 है. छपरा जिले में मध्यम श्रेणी की हवा है और यहां AQI 163 दर्ज किया गया है. बिहारशरीफ में AQI 181 है. भागलपुर जिले में सुबह नौ बजे वायु गुणवत्ता सूचकांक 213 रहा. यहां खराब श्रेणी की हवा है. अररिया में AQI 164, औरगंबाद जिले में AQI 173 और बेगूसराय में 187 दर्ज किया गया है.
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