खलारी.
उर्सुलाइन कॉन्वेंट स्कूल खलारी में भगवान बिरसा मुंडा की जयंती मनायी गयी. प्राचार्या सिस्टर जयंती ने भगवान बिरसा मुंडा के चित्र पर माल्यार्पण किया. सिस्टर जयंती ने कहा कि आदिवासी सदा अपनी जड़ और परंपराओं से जुड़े रहते हैं. आदिवासियों का इतिहास हजारों वर्ष पुराना है. वह आज भी अपनी सभ्यता और संस्कृति बचाने का प्रयास कर रहे हैं. उन्होंने विद्यार्थियों को भगवान बिरसा मुंडा के जीवन से सीख लेने और इनसे जुड़ी किताबों को पढ़ने को कहा गया. इस मौके पर कक्षा चार के विद्यार्थियों ने कार्यक्रम का आयोजन किया गया. इसमें आदिवासी जनजाति, संस्कृति परंपरा, वेश-भूषा, जीवन-शैली और उनकी कला की झलक दिखाई गयी. भगवान बिरसा मुंडा के जीवन से जुड़ी गाथाएं नाटक के माध्यम से प्रदर्शित किया. साथ ही भगवान बिरसा के संघर्ष के बारे में विस्तार से बताया. इसके अलावा मंच पर ही आदिवासी संस्कृति से जुड़ी हुई वस्तुओं और चित्रकलाओं का प्रदर्शन किया गया. इस कार्यक्रम में कक्षा चार की शिक्षिका रोजी मगदली टोप्पो की विशेष भूमिका रही. मौके पर विद्यालय के सभी शिक्षक सहित सभी छात्र उपस्थित थे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है