चतरा. नगर परिषद क्षेत्र में लगायी जा रही सोलर लाइट की गुणवत्ता की जांच अपर समाहर्ता की अध्यक्षता वाली तीन सदस्यीय टीम द्वारा की गयी. 30 वाॅट की जगह 12 वाॅट की एलइडी लाइट लगाने की शिकायत की जांच टीम द्वारा स्काई लिफ्टर के माध्यम से की गयी. उपायुक्त रमेश घोलप ने बताया कि जांच के दौरान सभी जगहों पर 30 वॉट की एलइडी पायी गयी. लाइट की बैट्री 60 एच, सोलर प्लेट 160 डब्ल्यूपी, पोल की हाइट सात मीटर सहित अन्य कार्य भी गुणवत्ता के अनुसार पाया गया. उपायुक्त ने बताया कि अपर समाहर्ता अरविंद कुमार, नगर परिषद कार्यपालक पदाधिकारी विनिता कुमारी व विद्युत विभाग के कार्यपालक अभियंता पंचानन मेहता द्वारा जांच की गयी थी. पोल की लंबाई, सोलर लाइट की गुणवत्ता व क्षमता बेहतर है. संवेदक को पांच साल की रख-रखाव का जिम्मा दिया गया. तब तक इकरारनामा के दस प्रतिशत राशि की कटौती कर रखी जायेगी. उन्होंने नगर परिषद द्वारा किये जा रहे कार्य में सहयोग करने की अपील की. वहीं दूसरी ओर नगर परिषद कार्यपालक पदाधिकारी विनिता कुमारी ने कहा कि संवेदक द्वारा अधिष्ठापन ट्रायल टेस्टिंग में कुछ तकनीकी समस्या आने की बात कह कर जल्द-से-जल्द निराकरण करने व निराकरण कार्य करने की बात कही गयी है. डीएमएफटी से शहर की सुंदरता व सोलर लाइट की गुणवत्ता का ध्यान रखते हुए नियमानुसार उसकी दर का निर्धारण मुख्य अभियंता नगर विकास विभाग एवं आवास विभाग झारखंड रांची से तकनीकी स्वीकृति के बाद जिला स्तरीय निविदा समिति के माध्यम से निविदा प्रकाशित की गयी थी. इस दौरान एजेंसी का चयन किया गया था.
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