कुचायकोट. बेलबनवा में स्थित प्रखंड के ऐतिहासिक हनुमान मंदिर के महंत पर एक महिला ने छेड़खानी का आरोप लगाकर कुचायकोट थाने में शिकायत दर्ज करा दी. महिला की शिकायत पर अयोध्या दशरथ गद्दी के महंत बृजमोहन दास बुधवार को पहुंच गये. बेलबनवा मंदिर पर अपना दावा ठोक दिया. अपना पुजारी रखने में जुट गये. वहीं मंदिर के महंत जय प्रकाश दास के द्वारा पुजारी रखा गया है, जो पूजा-पाठ व राग-भोग लगा रहे. पुजारी जय प्रकाश दास के लोग भी अड़ गये. दोनों तरफ से टकराव की स्थिति उत्पन्न हो गया. इसकी सूचना कुचायकोट के थानेदार आलोक कुमार पुलिस बल के साथ पहुंचे. पुलिस ने मौके पर पहुंच कर स्थिति को संभाल लिया. पुलिस ने दोनों पक्ष को समझाकर शांत कराया कि मंदिर कमेटी की बैठक कर दो-चार दिन में निर्णय लिया जायेगा. तब तक मंदिर की स्थिति में कोई बदलाव नहीं होगा. जो पहले से पूजा कर रहा है, वही करेगा. पुलिस की पहल पर मामला शांत हो गया. लेकिन अंदर ही अंदर टकराव की स्थिति बनी हुई है. स्थानीय लोगों का आरोप है कि इलाके के कुछ सफेदपोश लोगों की नजर मंदिर के करोड़ों की जमीन पर टिकी हुई है. मंदिर एनएच-27 के पास काफी रमणीय स्थल के रूप में विकसित है. एक पक्ष का दावा था कि मंदिर को कब्जाने के लिए महिला से झूठा केस करा दिया गया कि जय प्रकाश दास को आसानी से भगाया जा सके. वैसे पुलिस मामले की जांच कर रही है. पुलिस की जांच से सच सामने आ जायेगा. नागा बाबा ने बनवाया था हनुमान मंदिर को बेलबनवा स्थित हनुमान मंदिर को नारायणपुर के रहने वाले व अयोध्या दशरथ गद्दी के महंत नागा बाबा के द्वारा ही बनवाया गया था. नागा बाबा राम मंदिर के लिए केस भी लड़ने वालों में शामिल थे. उनकी देश भर में ख्याति थी. लाल कृष्ण आडवाणी से लेकर विनय कटियार तक उनका सम्मान करते थे. वहीं, जानकारों की मानें, तो नागा बाबा ने बृज मोहन दास को अयोध्या की दशरथ गद्दी का महंत बनाया. तब जय प्रकाश दास को बेलबनवा मंदिर की जिम्मेदारी सौंपी. उनके नहीं रहने के बाद बृजमोहन दास के द्वारा पहले भी दावा किया गया. इसको लेकर कोर्ट में मुकदमा भी विचाराधीन है.
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