मोहम्मदगंज.पलामू व गढ़वा जिला के मजदूरों की भीड़ इन दिनों ट्रेनों में काफी बढ़ गयी है. मजदूरों का जत्था पूरे परिवार के साथ धान काटने व मजदूरी करने के लिए बिहार के सीमावर्ती रोहतास, कैमूर व औरंगाबाद जिलों के गांव में जाने के लिए विभिन्न स्टेशनों पर रवाना हो रहे हैं. धान की फसल की कटाई का मौसम होने के कारण मजदूर ट्रेनों से पलायन हर वर्ष करते हैं. मजदूरों को दोनों समय का खाना व न्यूनतम मजदूरी मिलती है. साथ ही मजदूरी के हिसाब से धान व अन्य अनाज मिलता है. गढ़वा जिला के कांडी, मंझिआव व पलामू के उंटारी रोड, पांडु, विश्रामपुर, चैनपुर, रामगढ़ समेत अन्य प्रखंडों के मजदूरों की भीड़ इन दिनों मोहम्मदगंज, गढ़वा रोड जंक्शन, उंटारी रोड, हैदरनगर, जपला स्टेशनों पर उमड़ रही है. मजदूरों ने बताया कि वे हर साल धान की कटाई के लिए जाते हैं. इस वर्ष भी धान की पर्याप्त खेती उनके इलाके में नहीं होने से सभी पलायन के लिए मजबूर हैं. दिसंबर माह के अंत में वे मजदूरी लेकर घर लौटते हैं. बूढ़े व बुजुर्ग लोग ऐसे समय घर की रखवाली में रुक जाते हैं. मजदूरों में पुरुषों के साथ महिलाओं की संख्या अधिक होती है .
इन ट्रेनों में बढ़ी भीड़ :
मजदूरों का जत्था बरकाकाना -वाराणसी, शटल ट्रेन, डीजीआर समेत रांची से वाराणसी जानेवाली ट्रेनों से अधिक संख्या में जा रहे हैं. भीड़ का आलम ऐसा है की कई मजदूर ट्रेन में चढ़ नहीं पाते. इस कारण प्लेटफॉर्म पर दूसरी ट्रेन का इंतजार करते हैं. कई मजदूर ट्रेन के पायदान पर लटक कर सफर करते हैं. जिनके कारण उनकी जान जोखिम में होता है. इन दिनों शादी-ब्याह का लग्न के कारण भीड़ दोगुनी होती है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है