आजमनगर. बिहार राज्य के सीमांचल का इलाका जिसमें चार जिले कटिहार, पूर्णिया, अररिया एवं किशनगंज आते हैं. यह इलाका सुर्जापुरी मुस्लिम समाज का बाहुल्य इलाका माना जाता है. कटिहार जिला के आजमनगर प्रखंड क्षेत्र जो सुर्जापुरी मुस्लिम बहुल क्षेत्रों में एक बड़ा क्षेत्र माना जाता है जिसको लेकर लोगों में पुर्व से ही लगातार सुर्जापुरी समाज के लोगों में आरक्षण को लेकर मांग की जा रही है. ज्ञात हो कि शैक्षणिक दृष्टिकोण से सीमांचल का इलाका पिछले कई दशकों से काफी पिछड़ेपन का शिकार रहा है साथ ही उद्योग, धंधे, कल कारखाने एवं रोजगार न होने के कारण यह इलाका आर्थिक पिछड़ेपन का भी शिकार होता रहा है. हालांकि सुर्जापुरी समाज के लोगों को बिहार सरकार द्वारा आरक्षण के नाम पर बीसी का दर्जा दिया गया है जो केवल बिहार राज्य स्तर पर ही लागू है. जिसके विरुद्ध सीमांचल के लोगों में लगातार केंद्रीय स्तर पर ओबीसी आरक्षण की मांग उठ रही है. क्योंकि बीसी आरक्षण का लाभ बिहार राज्य से बाहर तथा केंद्रीय स्तर पर लागू नहीं होता है यही कारण है कि सीमांचल के लोगों द्वारा लगातार ओबीसी आरक्षण की मांग की जा रही है. इसी कड़ी में आजमनगर प्रखंड क्षेत्र के लोगों द्वारा ओबीसी आरक्षण के मांग को लेकर आगामी 5 दिसंबर को एक दिवसीय विशाल धरना प्रदर्शन की तैयारी की जा रही है. जिसको लेकर प्रखंड क्षेत्र के विभिन्न पंचायतों से गणमान्य लोगों द्वारा लगातार बैठक की जा रही है. इसी कड़ी में मंगलवार की शाम आजमनगर में सोशल एक्टिविस्ट अजहर नजामी, एनसीपी शरद चंद्र पवार के कार्यकारी जिला अध्यक्ष सह मुखिया महबूब आलम, डॉ इनायतूल हक, साजिद आलम, सालिक इकबाल, शब्बीर आलम, तहजीब आलम, निसार आलम एवं राहीद आलम सहित कई अन्य लोगों की मौजूदगी में एक बैठक की गयी. जहां लोगों ने आगामी 5 दिसंबर को ओबीसी आरक्षण की मांग को लेकर विशाल धरना प्रदर्शन की तैयारी करते हुए क्षेत्र के लोगों को एकजुट होकर प्रदर्शन करने की बात कही है.
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