हाजीपुर.
हाजीपुर शहर की खराब होती हवा की सेहत को सुधारने के लिए जिला प्रशासन एक्शन मोड में दिख रहा है. वायु प्रदूषण के निवारण और नियंत्रण के लिए जिला प्रशासन ने कार्य योजना बनायी है. विशेष सतर्कता बरतने तथा वायु प्रदूषण को रोकने के लिए जिला प्रशासन ने कुछ ठोस कदम भी उठाये हैं. इसका सख्ती से पालन कराने के लिए गुरुवार से हाजीपुर शहर के 14 स्थलों पर दंडाधिकारी और पुलिस पदाधिकारी एक्शन मोड में रहेंगे. उनके साथ नगर पालिका के पदाधिकारी, अग्निशमन वाहन तथा ट्रैक्टर, जेसीबी मशीन भी रहेगी. वायु प्रदूषण को रोकने के लिए उपचारात्मक उपाय के तहत जिला प्रशासन ने निर्माण कार्य में प्रयुक्त होने वाले बालू, सीमेंट आदि से उड़ने वाले धूल कणों को रोकने का निर्देश दिया है. निर्माण एजेंसी को निर्देश दिया गया है कि पानी का छिड़काव और ग्रीन कपड़ा लगाने के बाद ही निर्माण कार्य शुरू करें. यह निर्देश सरकारी और निजी निर्माण दोनों पर लागू है. केरोसिन डालकर चलाये जा रहे ऑटो को पूर्णतः प्रतिबंधित करने का निर्देश जिला परिवहन पदाधिकारी को दिया गया है. साथ ही आमलोगों से लकड़ी या कोयले की आग पर खाना न बनाकर गैस चूल्हे पर भोजन बनाने की अपील की गयी है.जिला प्रशासन ने कूड़ा कचरा रोड किनारे फेंकने तथा जलाने पर भी किया दंडित करने का प्रावधान किया गया है. खनन पदाधिकारी को ट्रैक्टर से बालू की ढुलाई ढक कर कराने का निर्देश दिया गया है. ढेर सारे निजी अस्पतालों से निकलने वाले मेडिकल वेस्टेज सामग्री और कूड़ा कचरा से फैलने वाले प्रदूषण की रोकथाम के लिए भी अधिकारियों को निर्देश दिया गया है. इस पर निगरानी रखने के लिए गुरुवार से एक दर्जन से अधिक मजिस्ट्रेट और पुलिस पदाधिकारी सड़क पर होंगे.
इस संबंध में बुधवार को डीएम यशपाल मीणा और एसपी हर किशोर राय ने संयुक्त आदेश जारी किया है. कार्यपालक पदाधिकारी, नगर परिषद और कार्यपालक अभियंता, लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण विभाग को निर्देश दिया गया है कि वे नियमित अंतराल पर शहरी इलाके में जल छिड़काव करेंगे, ताकि धूल कण कम से कम उड़े.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है