बिहार के गरीब इंसान को अब मंहगे इलाज के अभाव में किसी भी अप्रिय घटना का शिकार नही होना पड़ेगा. क्योंकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ड्रीम प्रोजेक्ट आयुष्मान योजना को पूरा करने के लिए स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारी लगे हुए हैं. इस बात की जानकारी सिविल सर्जन डॉक्टर एसके चौधरी ने दी. उन्होंने बताया कि समस्तीपुर जिले में 70 साल से अधिक उम्र के सभी बुजुर्गों के लिए आयुष्मान कार्ड बनाने का काम शुरू हो गया है. इस काम को पूरा करने के लिए 10 दिसंबर तक की डेडलाइन तय की गई है.
बिहार सरकार ने समय से काम पूरा करने के लिए दिया सख्त आदेश
इसके अलावा उन्होंने बताया कि राज्य सरकार की तरफ से आदेश आया है कि 70 साल से अधिक उम्र के कोई भी बुजुर्ग चाहे वे किसी भी जाति, किसी भी वर्ग का हो, सभी का आयुष्मान कार्ड बनेगा. जिले के सभी प्रखंडों के सभी पंचायत में आयुष्मान कार्ड बनाने का काम शुरू हो गया है. प्रति मरीज को एक साल में पांच लाख रुपये तक का फ्री इलाज मिलेगा. आयुष्मान कार्ड बनाने की 20 नवंबर से शुरुआत हो चुकी है.
जिले के 15 लाख बुजुर्गों को मिलेगा फायदा
एक अन्य सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि हमें कितने लोगों को कार्ड बनाना है, इसके लक्ष्य नहीं मिला है. 70 साल से अधिक उम्र के कितने बुजुर्ग होंगे, हमारे पास इसका कोई डेटा नहीं है. ये बहुत बड़ा अभियान है, निश्चित रूप से हम जिले में बहुत बेहतर करेंगे. इस कार्ड के बनने से ऐसे बुजुर्गों को लाभ मिलेगा जिनके बच्चे बुजुर्ग होने के बाद उनकी देखरेख ठीक से नहीं करते. एक अनुमान के अनुसार, जिले में 70 वर्ष उम्र के लोगों की संख्या करीब 15 लाख के आसपास होगी.
यूपी में बना सबसे ज्यादा कार्ड आयुष्मान कार्ड
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के इस ड्रीम प्रोजेक्ट को पूरा करने में देश में सबसे ज्यादा आगे यूपी है. स्वास्थय मंत्रालय की तरफ से दिए गए डाटा के मुताबिक, यूपी में 5.11 करोड़ से अधिक गरीबों का आयुष्मान कार्ड बना है. जिससे अपोलो, मेदांता और रिजेंसी में गरीबों का इलाज हो रहा है.