Jharkhand News, रांची : एटीएस के तत्कालीन डीएसपी नीरज कुमार और रामगढ़ जिला बल के सब इंस्पेक्टर सोनू कुमार को गोली मारने से जुड़े केस में गैंगस्टर अमन साहू का भाई आकाश साहू भी शामिल था. वह इस घटना की योजना बनाने में शामिल था. आकाश साहू के बेल पिटीशन पर सुनवाई के दौरान एटीएस ने न्यायालय को यह जानकारी दी है. हालांकि, आकाश साहू के अधिवक्ता ने कहा कि उन्हें फंसाया गया है.
एटीएस ने 17 जुलाई 2023 को गिरफ्तार किया था चंदन साहू
एटीएस ने न्यायालय को बताया कि 17 जुलाई 2023 को अमन साहू गिरोह से जुड़े चंदन साहू के ओरमांझी थाना क्षेत्र के चंपी देवी के घर में छिपे होने की सूचना मिली थी. एटीएस ने बताया कि जगह पर छापेमारी कर चंदन साहू और सोनू को पकड़ा था. उस वक्त पूछताछ में चंदन साहू ने बताया था कि उसने ही रांची के अरगोड़ा थाना क्षेत्र में रंजीत गुप्ता पर फायरिंग की थी. उस घटना में उसके साथ वारिस अंसारी उर्फ मूसा भी शामिल थे, लेकिन उसने घटना में इस्तेमाल किये गये हथियार को हिदायत अंसारी और बॉबी साव को रखने के लिए दे दिया. उसने यह भी बताया कि वह हथियार और घटना में प्रयुक्त बाइक बरामद करवा सकता है.
रामगढ़ जिला के बंजारी देवी मंदिर के समीप एटीएस ने की छापेमारी
एटीएस के डीएसपी नीरज कुमार चंदन साहू और सोनू को साथ लेकर रामगढ़ जिला के बंजारी देवी मंदिर के समीप छापेमारी करने पहुंचे थे, जहां से पुलिस ने वारिस को पकड़ा. इसके बाद एटीएस की टीम वापस बॉबी साव को पकड़ने के लिए गयी थी. बॉबी साव के साथ रंजन साव भी था. एटीएस के डीएसपी के साथ सब इंस्पेक्टर सोनू कुमार भी शामिल थे. लेकिन पकड़े जाने के दौरान आरोपियों की ओर से पुलिस पर फायरिंग शुरू कर दी गयी. इधर, इस मामले में आकाश साहू के अधिवक्ता ने न्यायालय को बताया है कि आकाश साहू को सिर्फ अमन साहू का भाई होने की वजह से केस में फंसाया गया है. आकाश को सिर्फ चंदन साहू के स्वीकारोक्ति बयान के आधार पर आरोपी बनाया गया है. घटना के दिन आकाश साहू अपनी मां के साथ हजारीबाग कोर्ट में था.