शीन अनवर, चक्रधरपुर 23 नवंबर को अगले पांच साल के लिए चक्रधरपुर को विधायक मिलेगा. यह अबतक इवीएम में कैद है. चक्रधरपुर विस से चुनाव लड़ने वाले 12 प्रत्याशियों में से 3 में मुख्य लड़ाई बतायी जा रही है. इनमें झामुमो के सुखराम उरांव, भाजपा के शशिभूषण सामाड और निर्दलीय डॉ विजय गागराई चुनावी हैं. तीनों अपने-अपने स्तर से जीत के दावे कर रहे हैं. कुछ घंटों के बाद जनता का फैसला पता चल जायेगा. यदि सुखराम उरांव जीतते हैं, तो पहली बार चक्रधरपुर से दो बार लगातार कोई विधायक होगा. वहीं, झामुमो की हैट्रिक इस सीट पर होगी. 2014 और 2019 में झामुमो लगातार दो बार जीत हासिल कर चुका है. यदि भाजपा प्रत्याशी शशिभूषण सामाड जीत हासिल करते हैं, तो दो सत्र के बाद भाजपा सीट वापस लेने में सफल रहेगी. शशि भूषण सामाड दो अलग-अलग राजनीतिक दलों से विधायक बनने का रिकाॅर्ड बनायेंगे. 2014 के चुनाव में शशि भूषण झामुमो से विधायक चुने गये थे. इस बार निर्दलीय प्रत्याशी डॉ विजय सिंह गागराई ने मुकाबला को त्रिकोणीय बना दिया है. सबकी निगाह डॉ गागराई को मिलने वाले मतों पर है. शनिवार को इवीएम खुलने के बाद पचा चलेगा कि किसके सिर ताज सजेगा. डॉ गागराई यदि जीत हासिल करते हैं, तो चक्रधरपुर के इतिहास में 55 साल के बाद कोई निर्दलीय प्रत्याशी विधायक बनेगा.
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