नरवा.
दो दौर की हड़ताल व कई दौर की वार्ता के बाद अंतत: यूसिल प्रबंधन ने 2023-24 के मजदूरों के अर्जित अवकाश (अर्निंग लीव) की बकाया राशि के भुगतान पर सहमति दी व एक लिखित इकरारनामा पर यूसिल के अधिकारियों ने हस्ताक्षर किये. यह जानकारी झारखंड ठेका मजदूर यूनियन के अध्यक्ष सुधीर सोरेन ने दी है. उन्होंने कहा कि एएलसी कार्यालय चाईबासा में हुई दो दौर की त्रिपक्षीय वार्ता में लेबर कमिश्नर सर्वेश कुमार के सख्त निर्देश के बाद यह सफलता संभव हो सकी.श्रम कानून के तहत हुआ फैसला:
सुधीर ने कहा कि अंतिम त्रिपक्षीय वार्ता चाईबासा में 15 अक्तूबर को यूसिल प्रबंधन के प्रतिनिधि व झारखंड ठेका मजदूर यूनियन संग हुई थी. लेबर कमिश्नर सर्वेश कुमार ने श्रम कानून 1952 का हवाला देते हुए समझौते के तहत शीघ्र ही मजदूरों के अर्जित अवकाश का डाटा इकट्ठा कर बकाया भुगतान करने का निर्देश यूसिल प्रबंधन को दिया. मौके पर यूसिल प्रबंधन के अधिकारी राकेश कुमार, मनोरंजन माहली, दीपेंदु हांसदा, वहीं झारखंड ठेका मजदूर यूनियन के अध्यक्ष सुधीर सोरेन, महासचिव विद्या सागर दास, उपाध्यक्ष बलिया मुर्मू, फुर्रलई मार्डी, विशू बास्के, सुनील हांसदा आदि शामिल थे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है