Admission Alert 2024 : भारत समेत दुनिया भर में हजारों निर्माण परियोजनाएं चल रही हैं और हजारों परियोजनाओं के निर्माण की योजनाएं बनायी जा रही हैं. इन परियोजनाओं को सफलतापूर्वक पूरा करने के लिए हर जगह कंस्ट्रक्शन मैनेजमेंट पेशेवरों की जरूरत है. आप अगर एक बेहतरीन संभावनाओं भरे करियर क्षेत्र की तलाश में हैं, तो इसमें आगे बढ़ सकते हैं. इंजीनियरिंग, आर्किटेक्चर एवं अन्य संबंधित डिसिप्लिन के छात्रों के लिए कंस्ट्रक्शन मैनेजमेंट में खासतौर पर बेहतरीन मौके मौजूद हैं. नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ कंस्ट्रक्शन मैनेजमेंट एंड रिसर्च (एनआईसीएमएआर) में एडवांस कंस्ट्रक्शन मैनेजमेंट में एमबीए समेत कंस्ट्रक्शन इंडस्ट्री से संबंधित कई अन्य कोर्सेज में प्रवेश के लिए आवेदन प्रकिया चल रही है. आप अपनी रुचि एवं योग्यता के अनुसार अपनी पसंद के कोर्स के साथ आगे बढ़ सकते हैं.
कोर्स, जिनमें ले सकते हैं एडमिशन
एमबीए इन एडवांस कंस्ट्रक्शन मैनेजमेंट : यह दो वर्षीय कोर्स है, जिसकी कुल 720 सीटें हैं. इस कोर्स में प्रवेश के लिए मान्यताप्राप्त इंस्टीट्यूट/ यूनिवर्सिटी से कम ये कम 50 फीसदी अंकों के साथ इंजीनियरिंग/ आर्किटेक्चर/ प्लानिंग में रेगुलर बैचलर डिग्री की योग्यता जरूरी है.
पीजी डिप्लोमा इन क्वांटिटी सर्वेइंग एंड कॉन्ट्रेक्ट मैनेजमेंट : यह एक वर्षीय कोर्स है, जिसमें सीटों की संख्या 60 है. इस कोर्स में प्रवेश के लिए न्यूनतम 50 फीसदी अंकों के साथ इंजीनियरिंग/ आर्किटेक्चर/ प्लानिंग में रेगुलर बैचलर डिग्री होनी चाहिए.
एमबीए इन एडवांस प्रोजेक्ट मैनेजमेंट : इस दो वर्षीय कोर्स की कुल 120 सीटें हैं. इस कोर्स में प्रवेश के लिए इंजीनियरिंग/ आर्किटेक्चर/ प्लानिंग/ साइंस/ आर्ट्स/ कॉमर्स/ फाइनेंस/ बैंकिंग/ मैनेजमेंट/ इकोनॉमिक्स/ मैथमेटिक्स/ स्टेटिस्टिक्स/ एग्रीकल्चर/ फार्मेसी/ इंफॉर्मेशन टेक्नोलॉजी में न्यूनतम 50 प्रतिशत अंकों में बैचलर डिग्री जरूरी है.
एमबीए इन रियल एस्टेट एंड अर्बन इंफ्रास्ट्रक्शन मैनेजमेंट : इस कोर्स की 120 सीटें हैं, जिसके लिए 50 प्रतिशत अंकों के साथ इंजीनियरिंग/ आर्किटेक्चर/ प्लानिंग/ कॉमर्स/ फाइनेंस/ बैंकिंग/ मैनेजमेंट/ इकोनॉमिक्स/ मैथमेटिक्स/ स्टेटिस्टिक्स बैचलर डिग्री होना चाहिए.
मास्टर ऑफ प्लानिंग (अर्बन प्लानिंग) : इस दो वर्षीय कोर्स की कुल 30 सीटें हैं. न्यूनतम 50 प्रतिशत अंकों के साथ आर्किटेक्चर/ सिविल इंजीनियरिंग/ एनवायर्नमेंटल इंजीनियरिंग/ कंस्ट्रक्शन टेक्नोलॉजी/ प्लानिंग/ अर्बन डिजाइन में बैचलर डिग्री/ ज्योमेटिक्स/ जियो- इंफॉर्मेटिक्स/ जियोग्राफिकल इंफॉर्मेशन सिस्टम में मास्टर डिग्री रखने वाले यह कोर्स कर सकते हैं.
एमबीए इन फैमिली बिजनेस एंड एंटरप्रेन्योरशिप : इस दो वर्षीय कोर्स की 30 सीटें हैं और किसी मान्यताप्राप्त यूनिवर्सिटी से कम से कम 50 प्रतिशत अंकों के साथ किसी भी विषय में रेगुलर ग्रेजुएट डिग्री रखनेवाले अभ्यर्थी इसमें प्रवेश ले सकते हैं. यह कोर्स एंटप्रेन्योरिशप/ स्टार्टअप/ फैमिली बिजनेस बैकग्राउंड वाले अभ्यर्थियों के लिए खासतौर पर डिजाइन किया गया है.
कई अन्य कोर्स हैं : उपरोक्त कोर्सेज के अलावा सस्टेनेबल एनर्जी मैनेजमेंट/ एनवायर्नमेंटल सस्टेनेबिलिटी/ फिनटेक/ इंफ्रास्ट्रक्चर मैनेजमेंट/ सप्लाई चेन मैनेजमेंट/ पीपल एंड कम्युनिकेशन मैनेजमेंट आदि में एमबीए समेत एमटेक इन कंस्ट्रक्शन टेक्नोलॉजी एंड मैनेजमेंट आदि कोर्स में प्रवेश ले सकते हैं. यह संस्थान पांच वर्षीय बैचल ऑफ आर्किटेक्चर कोर्स भी संचालित करता है, जिसकी 40 सीटें हैं और सिविल इंजीनियरिंग में चार वर्षीय बीटेक प्रोग्राम भी संचालित करता है, जिसकी 60 सीटें हैं. कोर्स एवं प्रवेश प्रक्रिया की विस्तृत जानकारी नोटिफिकेशन में उपलब्ध है.
इसे भी पढ़ें : Admission Alert 2024 : एंटरप्राइज मैनेजमेंट के पीजी प्रोग्राम समेत कई कोर्सेज में प्रवेश का मौका
जानें कैसे मिलेगा प्रवेश
एनआईसीएमएआर यूनिवर्सिटी की ओर से आयोजित पोस्ट ग्रेजुएट एनआईसीएमएआर कॉमन एडमिशन टेस्ट (पीजी-एनसीएटी), ग्रुप डिस्कशन, पर्सनल इंटरव्यू एवं एप्लीकेशन रेटिंग के लिए तय प्रतिशत के आधार पर प्रवेश मिलेगा. सीयूईटी पीजी/एमएच-सीईटी/ कैट/मैट/ एक्सएटी/एनमैट/एटीएमए के स्कोर को पीजी-एनसीएटी के विकल्प के तौर पर स्वीकार किया जायेगा. पीजी-एनसीएटी में 150 अंक का टेस्ट होगा, जिसमें क्वांटिटेटिव एंड एनालिटिकल एबिलिटी के 60 अंक, डेटा इंटरप्रिटेशन के 30 अंक एवं वर्बल एवं जर्नल एबिलिटी के 60 अंक के प्रश्न पूछे जायेंगे. इसके बाद पर्सनल इंटरव्यू 50 अंक एवं रेटिंग ऑफ एप्लीकेशन के लिए 50 अंक तय हैं.
ऐसे करें आवेदन
इंस्टीट्यूट की वेबसाइट से ऑनलाइन आवेदन करना है.आवेदन करने की अंतिम तिथि 20 दिसंबर, 2024 है.
विवरण के लिए देखें : https://www.nicmar.ac.in/pune/admissions#eligibility
इसे भी पढ़ें : UGC NET December 2024 : जानें यूजीसी-नेट दिसंबर 2024 परीक्षा से जुड़ी अहम बातें