Congress: झारखंड और महाराष्ट्र के चुनाव नतीजे कांग्रेस के लिए कहीं खुशी कहीं गम वाले रहे. कांग्रेस महाराष्ट्र में मिली हार से हैरान है. चुनाव परिणाम पर कांग्रेस ने कहा कि कुछ महीने पहले हुए लोकसभा चुनाव में इंडिया गठबंधन ने महाराष्ट्र में भाजपा को करारी शिकस्त दी थी. लेकिन चंद महीने बाद विधानसभा चुनाव में भाजपा गठबंधन को अप्रत्याशित जीत मिली, यह कैसे मिली यह बड़ा सवाल है. इस हार का पार्टी विश्लेषण करेगी. पार्टी महासचिव जयराम रमेश ने कहा कि महाराष्ट्र चुनाव परिणाम का पार्टी विश्लेषण करेगी.
लेकिन झारखंड की जीत ने देश को एक नयी रोशनी दी है. राज्य की जनता ने भाजपा की ध्रुवीकरण की राजनीति को नकार दिया. चुनाव के दौरान भाजपा नेताओं के बयान हैरान करने वाले थे. पूरा चुनाव घुसपैठ के मुद्दे पर भाजपा लड़ी, लेकिन जनता ने भाजपा के एजेंडे को नकार कर देश को सकारात्मक संदेश दिया है. उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र में लेवल प्लेइंग फील्ड को भाजपा ने बिगाड़ने का काम किया. लेकिन चुनाव परिणाम अप्रत्याशित है और इस परिणाम से विश्लेषक भी हैरान हैं.
जातिगत जनगणना और आरक्षण बना रहेगा मुद्दा
रमेश ने कहा कि कांग्रेस जाति जनगणना, 50 फीसदी आरक्षण की सीमा को हटाने, अडानी घोटाला, रोजगार और महंगाई जैसे मुद्दे को उठाती रहेगी. महाराष्ट्र की जनता ने इन मुद्दों को नकारा नहीं है. महाराष्ट्र के किसान, युवा, कामकाजी वर्ग सरकार से काफी नाराज था. चुनाव परिणाम उम्मीद के विपरीत है और कांग्रेस पूर्व की तरह सड़क से लेकर संसद तक मुद्दे को उठाती रहेगी. महाराष्ट्र की हार हमारे के लिए धक्का है और इसके पीछे कोई षड़यंत्र है.
लेकिन कांग्रेस पार्टी के एजेंडे में कोई बदलाव नहीं आयेगा और पहले की तरह सामाजिक और आर्थिक मुद्दे मजबूती से उठाती रहेगी. गौरतलब है कि कांग्रेस ने चुनाव के दौरान आरक्षण की सीमा बढ़ाने, संविधान की रक्षा को मुख्य चुनावी मुद्दा बनाया था. लोकसभा चुनाव में पार्टी को इसका फायदा भी हुआ, लेकिन हरियाणा और महाराष्ट्र में इस मुद्दे से पार्टी को कोई फायदा नहीं मिला है.