उपमुख्य संवाददाता, मुजफ्फरपुर इस बार आम के सीजन में जिले के 25 किसान अपने बागों का मालदह और जर्दा आम इंग्लैंड और अमेरिका भेजेंगे. इसके लिए तैयारी शुरू हो गयी है. पिछले साल दोनों जगहों पर भेजे गए एक-एक क्विंवटल आम की काफी सराहना मिली थी. विदेशों में मुजफ्फरपुर का आम पसंद आने के बाद वहां के व्यापारियों ने निर्यात की स्वीकृति दे दी है. पिछली बार सैंपल के तौर पर आम भेजा गया था. यहां से किसानों ने मुंबई के गामा सेंटर में अपना आम भेजा था. वहां से आम का निर्यात किया गया. यहां का आम पसंद किए जाने के बाद अब जिले के 25 किसानों ने कृषि और प्रसंस्कृत खाद्य उत्पाद निर्यात विकास प्राधिकरण (एपीडा) को पत्र लिखा है. यहां से उद्यान विभाग को इसके लिए आवेदन दिया गया है. यहां से आवेदन अग्रसारित किए जाने के बाद एपीडा प्रत्येक किसानों के बगीचे का कोड जारी करेगा. यह कोड मिलने के बाद किसान अपने बगीचे का आम कोड संख्या के साथ विदेशों में निर्यात कर सकेंगे. किसानों ने आम की फसल अच्छी हो, इसके लिए अभी से ही आम के बागों का बेहतर प्रबंधन में जुट गए हैं. कोड मिलने के बाद उत्तर बिहार का बड़ा निर्यातक बनेगा मुजफ्फरपुर एपीडा का कोड मिलने के बाद मुजफ्फरपुर उत्तर बिहार का सबसे बड़ा आम निर्यातक बनेगा. यहां के 100 से अधिक किसानों के पास आम का बड़ा बगीचा है जिसकी सप्लाई मुंबई, दिल्ली और कोलकाता की जाती है. अब तक यहां से आम का निर्यात दूसरे देशों में नहीं किया जा रहा था, लेकिन यहां का सैंपल विदेशों में पसंद आने के बाद अब यहां के किसानों को आम के फसल का बेहतर कारोबार की उम्मीद कर रहे हैं. कांटी के किसान शैलेंद्र कुमार शाही ने बताया कि पिछली बार उनके बाग का ही सैंपल इंग्लैंड और अमेरिका गया था जिस एजेंसी के माध्यम से सप्लाई किया गया था. उसने आम के निर्यात को हरी झंडी दी है. हमलोगों ने कोड के लिए उद्यान विभाग में आवेदन दिया है. यहां से आवेदन अग्रसारित होकर एपीडा में जाएगा. कोड मिलने के बाद हमलोग अगले वर्ष यहां से बड़ी संख्या में विदेशों में आम का निर्यात करेंगे.
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