हाजीपुर.
हाजीपुर शहर की हवा की सेहत इतनी खराब हो चुकी है कि यह लगातार रेड जोन में बनी हुई है. इसकी सेहत सुधारने के लिए जिला प्रशासन, प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड व नगर परिषद प्रशासन भी पिछले कई दिनों से एक्शन मोड में दिख रहा है. वायु प्रदूषण को रोकने के लिए इसके कारणों की पड़ताल के साथ-साथ समाधान के लिए कई स्तर पर कदम उठाये गये हैं. वायु प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिए प्रशासनिक स्तर पर की जा रही पहल का पिछले दो-तीन दिनों में मामूली सुधार देखने को मिला है. केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) व नेशनल एयर क्वालिटी इंडेक्स की रिपोर्ट के अनुसार हाजीपुर की हवा अभी भी सांस लेने लायक नहीं है. शनिवार को हाजीपुर का एक्यूआइ 367 रिकॉर्ड किया गया.धूल के गुबार से बढ़ रहा प्रदूषण
शहर में वायु प्रदूषण के कई कारण हैं. उनमें से प्रमुख कारणों में खुले में कचरा जलाना व सड़क निर्माण कार्य के दौरान उड़ने वाले धूल के गुबार हैं. अभी शहर में कई सड़क परियोजनाओं का निर्माण कार्य चल रहा है. सड़क निर्माण कार्य के लिए रखे गये मिट्टी व रेत के ढेर, रेत व मिट्टी की ढुलाई की वजह से हाजीपुर-पटना मार्ग पर तेरसिया के समीप हर वक्त धूल का गुबार छाया रहता है. हालांकि, जिला प्रशासन की पहल पर यहां सड़क तथा रेत व मिट्टी के ढेर पर लगातार पानी का छिड़काव कराया जा रहा है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है