डीएम ने जिला कृषि पदाधिकारी को मॉनिटरिंग करने का दिया निर्देश
मुजफ्फरपुर
. डीएम सुब्रत कुमार सेन ने शनिवार को जिला कृषि पदाधिकारी को लाइसेंसधारी विक्रेताओं के माध्यम से किसानों को स्थानीय स्तर पर उचित मूल्य पर उर्वरकों की उपलब्धता व खरीदाी सुनिश्चित कराएं. उन्होंने कहा कि निर्माता उर्वरक कंपनियों से प्राप्त उर्वरक फसल को समानुपातिक रूप से प्रखंडों के खुदरा उर्वरक विक्रेताओं के माध्यम से बिक्री कराई जा रही है.सभी उर्वरक प्रतिष्ठानों पर संबंधित पंचायत के कृषि समन्वयक की उपस्थिति में उर्वरकों की बिक्री हो रही है. जिले में फिलहाल उर्वरकों की कोई कमी नहीं है. नारायणपुर अनंत रैंक बिंदु पर पारादीप फास्फेटिक प्राइवेट लिमिटेड द्वारा 459.5 मेट्रिक टन डीएपी एवं 404.54 मेट्रिक टन एनपीके उर्वरक प्राप्त हुआ है, जिसे प्रखंडवार उपावंटित कर खुदरा उर्वरक विक्रेताओं के माध्यम से किसानों तक उपलब्ध कराया जा रहा है. उर्वरक से संबंधित किसी भी प्रकार की समस्या उत्पन्न होने की स्थिति में संबंधित प्रखंड के कृषि समन्वयक, प्रखंड कृषि पदाधिकारी एवं अनुमंडल कृषि पदाधिकारी पूर्वी /पश्चिमी मुजफ्फरपुर से संपर्क स्थापित किया जा सकता है.जिले को प्राप्त उर्वरक
वर्तमान रबी मौसम में किसानों द्वारा गेहूं, मक्का, आलू ,दलहन, तिलहन एवं सब्जियों की बुवाई /रोपाई के लिए संतुलित मात्रा में उर्वरक की आवश्यकता होती है. अक्टूबर व नवंबर में जिले को निर्धारित लक्ष्य के अनुरूप निम्न रूप में उर्वरक प्राप्त हुआ है. यूरिया 22412 मेट्रिक टन के विरुद्ध 25761.66 मेट्रिक टन, डीएपी 10200 मीट्रिक टन के विरुद्ध 8076.05 में टन, एनपीके( मिश्रित उर्वरक)3705 मीट्रिक टन के विरुद्ध 14375.55 मेट्रिक टन, एमओपी 3290 मेट्रिक टन के विरुद्ध 6834.25 मेट्रिक टन और एसएसपी उर्वरक 808 मेट्रीक टन के विरुद्ध 4210.85 मेट्रिक टन प्राप्त हुआ है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है