धनबाद, बोकारो व गिरिडीह में भाजपा को तगड़ा झटका लगा है. इन तीन जिलों के 16 विधानसभा पर भाजपा गठबंधन बड़ी जीत की आस लगा रहा था. भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी, विधायक दल के नेता अमर बाउरी, मुख्य सचेतक बिरंची नारायण सहित कई दिग्गज इस क्षेत्र से चुनाव लड़ रहे थे. धनबाद जिला में भाजपा को एक, बोकारो में तीन सीटों का नुकसान हुआ. जबकि गिरिडीह में दो सीटों का लाभ मिला. झामुमो को गिरिडीह में झटका लगा. यहां के डुमरी सीट से झामुमो प्रत्याशी सह राज्य की मंत्री बेबी देवी चुनाव हार गयीं. इस क्षेत्र में सबसे ज्यादा चौंकाने वाला प्रदर्शन जेएलकेएम का रहा. हालांकि, जीत सिर्फ जेएलकेएम सुप्रीमो जयराम महतो को मिली. लेकिन, हर सीट पर पार्टी ने बेहतर प्रदर्शन कर सबको हैरत में डाला.
धनबाद : एनडीए, इंडिया बराबर-बराबर
धनबाद जिला के छह विधानसभा क्षेत्र का परिणाम आ चुका है. यहां पर 2019 के चुनाव में भाजपा चार सीटों पर विजयी रही थी. इस बार सिर्फ तीन सीटें ही जीत पायी. शहरी क्षेत्र वाला धनबाद, झरिया, बाघमारा में भाजपा ने जीत हासिल की. धनबाद में भाजपा प्रत्याशी राज सिन्हा ने बड़ी जीत हासिल की. झरिया में भी रागिनी सिंह ने शानदार जीत दर्ज कर पिछले चुनाव में हार का बदला चुकता किया. बाघमारा में भाजपा के शत्रुघ्न महतो भी बड़ी जीत हासिल करने में कामयाब रहे. जबकि निरसा व सिंदरी में लाल झंडा ने वापसी की. निरसा में कड़े संघर्ष में माले के अरूप चटर्जी ने जीत हासिल कर फिर विधानसभा पहुंचने में कामयाबी हासिल की. सिंदरी में पांच चुनाव बाद माले (पहले मासस) को जीत हासिल हुई है. यह सीट त्रिकोणीय संघर्ष में फंसा रही. माले के चंद्रदेव उर्फ बबलू महतो ने पहले ही प्रयास में सफलता हासिल की. टुंडी सीट पर एक बार झामुमो का परचम लहरा. यहां से झामुमो प्रत्याशी मथुरा प्रसाद महतो ने बड़े अंतर से जीत हासिल की.
बोकारो : भाजपा के दिग्गजों को करना पड़ा हार का सामना :
बोकारो जिला के सभी चार विधानसभा सीटों पर एनडीए को हार का सामना करना पड़ा. चंदनकियारी में भाजपा विधायक दल के नेता अमर बाउरी को करारी हार का सामना करना पड़ा. श्री बाउरी तीसरे स्थान पर रहे. यहां से पूर्व मंत्री सह झामुमो प्रत्याशी उमाकांत रजक विजयी हुए. बोकारो से कांग्रेस की श्वेता सिंह ने भाजपा के बिरंची नारायण को हरा कर पिछले चुनाव में हार का बदला लिया. श्रीमती सिंह कोयलांचल के दिग्गज नेता समरेश सिंह की बहू हैं. बेरमो से कांग्रेस के कुमार जयमंगल उर्फ अनूप सिंह लगातार दूसरी बार जीत हासिल करने में कामयाब रहे. यहां से भाजपा प्रत्याशी सह पांच बार के सांसद रहे रवींद्र पांडे तीसरे स्थान पर रहे. गोमिया से झामुमो के योगेंद्र महतो ने आजसू के लंबोदर को पराजित कर इस सीट को वापस झामुमो की झोली में डाला.गिरिडीह : जयराम महतो ने किया उलटफेर :
गिरिडीह जिला के छह विधानसभा सीटों में से तीन पर भाजपा, दो पर झामुमो तथा एक सीट पर जेएलकेएम को कामयाबी मिली. गिरिडीह जिला के धनवार सीट से भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी ने फिर जीत हासिल कर इस सीट पर कब्जा बरकरार रखा. गांडेय से झामुमो नेत्री कल्पना सोरेन ने जीत हासिल की. छह माह के अंदर श्रीमती सोरेन ने दो बार यहां से जीत हासिल की. गिरिडीह सदर सीट से एक बार फिर झामुमो के सुदिव्य सोनू विजयी हुए. बगोदर सीट पर भाजपा के नागेंद्र महतो ने दिग्गज वाम नेता बिनोद सिंह को पराजित किया. डुमरी सीट से जेएलकेएम के प्रमुख जयराम महतो ने राज्य की मंत्री सह झामुमो प्रत्याशी बेबी देवी को पराजित किया. इस सीट से बेबी देवी के पति सह झामुमो के दिग्गज नेता रहे जगरनाथ महतो चार बार यहां से विधायक रहे हैं.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है