गढ़वा. गढ़वा शहर में इस समय शादी-ब्याह को लेकर बाजार में भीड़ बढ़ गयी है. चुकि सभी तरह के सामानों की ज्यादातर दुकानें मुख्य पथ पर ही अवस्थित हैं. गढ़वा मुख्य पथ पर ही बड़े-बड़े दुकान एवं मॉल अवस्थित हैं. इसलिए मुख्य पथ पर ग्राहकों और उनके वाहनों से अक्सर जाम की स्थिति बनी रहती है. गौरतलब है कि गढ़वा बाजार में न सिर्फ गढ़वा जिले से बल्कि पड़ोसी राज्य छत्तीसगढ़, यूपी और बिहार से भी काफी संख्या में लोग बाजार करने आते हैं. यहां मुख्य रूप से कपड़ा, जेवर, इलेक्ट्रॉनिक व किराना सामान सहित अन्य चीजों की खरीदारी होती है. लोगों सहित वाहनों की बड़ी संख्या के कारण शहर के मझिआंव मोड़, रंका मोड़ और चिनिया मोड़ पर जाम की स्थिति रहती है. यहां जाम से निपटने में पुलिस को भी काफी मशक्कत करनी पड़ती है. लंबित है बाइपास का निर्माण विदित हो कि गढ़वा शहर के बीच से ही राष्ट्रीय राजमार्ग-75 गुजरा है. इस मार्ग पर सैकड़ों की संख्या में मालवाहक वाहन और यात्री बसें गुजरती हैं. हेवी ट्रैफिक से निजात के लिए बाइपास का निर्माण राष्ट्रीय राजमार्ग मंत्रालय द्वारा किया जा रहा है. लेकिन अभी तक वह पूरा नहीं हो सका है. यदि बाइपास बन जाता, तो मालवाहक वाहनों के साथ अंतर्राज्जीय यात्री बसें बाइपास से गुजरने लगतीं. इससे गढ़वा मुख्य पथ पर वाहनों के आवागमन का भार कम हो जाता. प्रशासन द्वारा शहर में जाम की स्थिति से बचने के लिए दिन में समय-समय पर नो इंट्री की जाती है. लेकिन जाम पर इसका कोई खास असर नहीं होता. वाहन पार्किंग अतिआवश्यक है : विनोद कमलापुरी शहर के मेन रोड स्थित अवध इलेक्ट्रॉनिक के प्रोपराइटर सह चेंबर ऑफ कॉमर्स के पूर्व महामंत्री विनोद कमलापुरी ने बताया कि गढ़वा शहर रिंग रोड बनाने के साथ ही वाहन पार्किंग की व्यवस्था अतिआवश्यक है. लेकिन वाहन खड़ा करने के लिये कोई वैकल्पिक उपाय नहीं होने के कारण वाहनों को सड़क के किनारे ही लगाना पड़ता है. उन्होंने कहा कि बाइपास चालू हो जाने के बाद शहर में भारी वाहनों की इंट्री रुक जाने से बहुत हद तक परेशानी दूर हो जायेगी. शहर के लिए रिंग रोड का प्रस्ताव है लंबित गौरतलब है कि गढ़वा शहर को पूरी तरह से जाम की स्थिति से बचाने के लिए एक रिंग रोड जरूरी है. इसपर समय-समय पर प्रशासन द्वारा चर्चा होती रही है. लोगों को उम्मीद है कि नयी सरकार बनने पर इसपर निर्णय हो सकता है. साथ ही गढ़वा बाइपास का उदघाटन भी शीघ्र होने की उम्मीद है. शहर को जाम से बचाने के लिए कुछ और वैकल्पिक मार्ग का निर्माण कार्य किया जायेगा, जो अब तक लंबित है. इसमें मझिआंव रोड को एनएच-75 नगर उंटारी रोड में फोरलेन बाइपास में मिलाना है. साथ ही मझिआंव रोड को रेहला रोड से जोड़ने के लिए बाइपास का निर्माण भी प्रस्तावित है.
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