खोदावंदपुर. सागी पंचायत के नुरुल्लाहपुर गांव में करोड़ों रुपये की लागत से बना जलमीनार लीकेज हो गया है. इस जलमीनार से छह वार्डों के हजारों परिवारों को पीने के लिए स्वच्छ पेयजल की आपूर्ति किया जाना है, परंतु संवेदक की लापरवाही एवं अधिकारियों की मिलीभगत से मात्र 30 परिवारों को ही पीने की पानी मुहैया करवायी जाती है. इससे सैकड़ों परिवारों को पीने का स्वच्छ पानी नहीं मिल रहा है. नवनिर्मित टंकी से पानी टपक रहा है. ओपेन पाइप रहने से बराबर यह समस्या उत्पन्न होते रहती है. इस पानी टावर से घरों में पाइप कनेक्शन भी ठीक ढंग से नहीं किया गया है. विभागीय अधिकारी स्वच्छ पानी की सप्लाई सिर्फ कागज पर ही कर रहे हैं. ग्रामीणों का कहना है कि पाइप कनेक्शन करने के दौरान पीसीसी व कालीकरण सड़क को जगह-जगह तोड़कर अंदर में पाइप बिछा दिया गया और आजतक टुटी सड़क को दुरुस्त नहीं किया गया है. पंचायत के वार्ड नंबर तीन, पांच एवं छह में समुचित कनेक्शन भी नहीं किया गया है.
छह वार्डों के लोगों को करनी है पेयजल की आपूर्ति :
बताते चलें कि इस जलमीनार से सागी पंचायत के नुरुल्लाहपुर गांव के वार्ड नंबर एक से छह तक के लोगों को पीने के लिए स्वच्छ पेयजल की आपूर्ति किया जाना है, परंतु आज तक पानी की आपूर्ति नहीं की गयी है. ग्रामीणों ने बताया कि इसकी शिकायत पंचायत प्रतिनिधियों एवं अधिकारियों से कई बार की गयी है, परंतु किसी ने भी इस ओर ध्यान देना मुनासिब नहीं समझें. ग्रामीणों का आरोप है कि योजना स्थल पर अबतक प्राक्कलन का बोर्ड भी नहीं लगाया गया है, जो चिंता की बात है. नुरुल्लाहपुर के ग्रामीण रामाशीष दास, संतोष कुमार, मोहम्मद इस्तियाक, मनटुन राम, जावेद अली उर्फ गुलदीश, मोहम्मद अखलाक, विजेंद्र दास, सुनील कुमार, पंकज कुमार आदि ने पानी टावर निर्माण कार्य के गुणवत्ता की जांच करवाये जाने की मांग जिला प्रशासन से किया है. ग्रामीणों ने बताया कि इस नीर निर्मल परियोजना के तहत वर्ष 2018-20 में ही पूर्ण किया जाना था, परंतु विभागीय अधिकारियों की मिलीभगत एवं संवेदक की उदासीनता से वर्ष 2022 में जलमीनार तैयार किया गया, परंतु अबतक यह योजना अधर में लटका हुआ है. आज-तक ससमय पेयजलापूर्ति नहीं की जा रही है. वहीं दूसरी ओर पीएचइडी विभाग के कनीय अभियंता मनोज कुमार यादव ने बताया कि नुरुल्लाहपुर के जलमीनार से पानी की सप्लाई प्रत्येक दिन की जा रही है. ग्रामीणों की शिकायत बिल्कुल गलत है. सुबह में फोटो व वीडियो के जरिए पानी सप्लाई की सत्यापित भी करवा दिया जायेगा.बोले ग्रामीण
सरकार ने लोगों को स्वच्छ पेयजल के लिये करोड़ों रुपये की लागत से इस योजना को संचालित किया, परंतु अधिकारियों की मिलीभगत एवं संवेदक की उदासीनता से जलमीनार बनने के साथ ही लिकेज हो गया, जिससे रात-दिन पानी टपकते रहती है. इससे अंदाज लगाया जा सकता है कि सरकार की महत्वाकांक्षी योजना धरातल पर कितना प्रतिशत सफल हो रहा है.राम शोभित दास, वार्ड सदस्यजलमीनार निर्धारित समय सीमा के वर्षों बाद तैयार हुई, लेकिन आजतक लोगों को पीने की स्वच्छ पानी नसीब में नहीं हो सका. लोग आज कल पानी चालू होने की इंतजार में टकटकी लगाये बैठे हुए हैं. ग्रामीणों की समस्याओं को सुनने वाला कोई भी पंचायत प्रतिनिधि या अधिकारी आगे नहीं आ रहे हैं. जिससे लोग सरकार की महत्वाकांक्षी योजना से लाभान्वित हो सकें.
रंजन कुमार, स्थानीय ग्रामीणसरकार की हर घर नल का जल योजना काफी अच्छी है, परंतु विभागीय अधिकारियों के कारण लोगों को स्वच्छ पेयजल नहीं मिल रहा है.शिकायत करने के बावजूद भी कोई भी दिलचस्पी नहीं लेते हैं. जिसके कारण ग्रामीण अब शिकायत करने से भी परहेज कर रहे हैं. गांव के लोग वोट देकर पंचायत प्रतिनिधियों को जीताते हैं, ताकि वे गरीबों के हर सुख दुःख में साथ रहेगें, लेकिन वो भी नहीं हो पाता है.
राजन गुप्ता, ग्रामीण नुरुल्लाहपुरसरकार की महात्वाकांक्षी योजना नल का जल पूरी तरह से फैल हो चुका है.नुरुल्लाहपुर जलमीनार से वार्ड एक से छह तक के लोगों को स्वच्छ पेयजल आपूर्ति किया जाना था, लेकिन आज तक नहीं हो सका. दर्जनों जगहों पर पाइप फुट गयी है, जिससे चालू होने पर उससे पानी निकलते रहती है. इतना ही नहीं बनी सड़कों को भी पाइप बिछाने के दौरान तोड़ दिया गया, जो आजतक दुरुस्त नहीं किया गया है, इससे ज्यादा क्या कहा जा सकता है.
अशोक कुमार रजक, ग्रामीणकहते हैं अधिकारी
नुरुल्लाहपुर में जलमीनार की समस्या के बारे में किसी भी ग्रामीणों के द्वारा शिकायत नहीं किया गया है, हलांकि मीडिया के जरिए नवनिर्मित जलमीनार से पानी लिकेज होने व पाइप जर्जर रहने तथा टुटी सड़कों को दुरुस्त नहीं करने की सूचना मिली है. मामले की जांच पड़ताल कर एवं वरीय अधिकारियों से प्राप्त निर्देश के आलोक में अग्रतर कार्रवाई की जायेगी. नवनीत नमन, बीडीओ, खोदावंदपुरडिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है