Darbhanga News: दरभंगा. श्यामाधाम में तिल रखने तक की जगह नजर नहीं आ रही थी. पूरा परिसर भक्तों से पटा पड़ा था. एक-दूसरे का हाथ पकड़ आगे बढ़ पाना भी मुश्किल हो रहा था. माधवेश्वर परिसर में प्रवेश कर पाना कठिन हो रहा था. सभी के मुंह से माता का जयकारा फूट रहा था. माता के दर्शन एवं पूजन के साथ नामधुन जाप में खुद को समवेत करने के लिए सभी आतुर नजर आ रहे थे. दरअसल मां श्यामा मंदिर न्यास समिति के तत्वावधान में चल रहे अखंड नवाह नामधुन महायज्ञ के उत्तरार्द्ध की ओर कदम बढ़ाने के साथ रविवार को अवकाश का दिन होने के कारण माता के दरबार में आस्था का महासमुद्र सा उमड़ पड़ा. ऐसा लग रहा था मानो शहर की तमाम सड़कें आज श्यामा धाम की ओर मुड़ गयी हों. सभी श्रद्धालुओं का लक्ष्य माता का दरबार नजर आ रहा था. शहर के विभिन्न हिस्सों से लेकर ग्रामीण इलाकों तक से हजारों की संख्या में माता के भक्त पहुंच रहे थे. इसका असर शहर के अधिकांश हिस्सों में देर शाम तक नजर आता रहा. हालांकि शाम तक पिछले साल की तुलना में जाम की समस्या से लोगों को कम जूझना पड़ा.
टकराते रहे भक्तों के कंधे से कंधे
मंदिर परिसर के बाहर से ही भीड़ के कारण आगे बढ़ पाना मुश्किल हो रहा था. कंधे से कंधे टकराते किसी तरह माता के भक्त उनके दरबार में हाजिरी लगाने के लिए बढ़ रहे थे. इस वजह से सबसे अधिक परेशानी बच्चों व वृद्ध जनों को लेकर पहुंचे श्रद्धालुओं को हो रही थी. मंदिर की अर्द्ध परिक्रमा के साथ हवन मंडप का त्रिपेक्षण अधिक मुश्किल हो रहा था. इसमें महिला भक्तों की संख्या अधिक नजर आयी.मेले का भी लिया लुत्फ
नवाह महायज्ञ में माधवेश्वर परिसर के बाहर सजी मेले की दुकानों पर पूरे दिन लोगों का तांता लगा रहा. महिलाओं ने सौंदर्य प्रसाधन के साथ घरेलू उपयोगी वस्तुओं की जहां जमकर खरीदारी की, वहीं बच्चों ने झूले, निशानेबाजी आदि का आनंद लिया. इस दौरान चाट-पकौड़ों के साथ लजीज व्यंजनों का जायका भी भक्त लेते नजर आये. सबसे अधिक मांग मुरही-कचरी की दिखी. इधर इस अवसर पर पहुंचे श्रद्धालुओं ने माधेवेश्वर तालाब में वोटिंग का भी खूब मजा लिया.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है