बिहार विधानसभा चुनाव 2025 की तैयारी जदयू ने शुरू कर दी है. जदयू की सात टीमें रविवार को बिहार में जिलों की यात्रा पर निकली. सीतामढ़ी, मुजफ्फरपुर, खड़गिया, शेखपुरा, बक्सर और भोजपुर व आरा नगर में जिला स्तरीय कार्यकर्ता सम्मेलन का सफल आयोजन किया गया. पार्टी के कार्यकारी राष्ट्रीय अध्यक्ष संजय कुमार झा, मंत्री विजय कुमार चौधरी, अशोक चौधरी, बिजेंद्र प्रसाद यादव, केंद्रीय मंत्री रामनाथ ठाकुर, ग्रामीण कार्य मंत्री श्रवण कुमार और प्रदेश अध्यक्ष उमेश सिंह कुशवाहा तथा उपाध्यक्ष संजय सिंह ने अलग-अलग जिलों में जाकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के कामकाज की जानकारी आमलोगों को दी.
विधानसभा चुनाव में एनडीए के 220 पार का मंत्र दिया
जिलों पर रवाना होते समय मंत्री अशोक चौधरी ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने 2005 के विधानसभा चुनाव में एनडीए के 220 पार का मंत्र दिया है. इस पर हम कायम है. इसकी सफलता के लिए न्याय के साथ विकास का मूल मंत्र को लेकर जनता के बीच जा रहे हैं. संजय सिंह ने कहा कि 2025 फिर से नीतीश के नारे के साथ हमलोग जनता के बीच जा रहे हैं. पार्टी की सात टीम में नौ-नौ नेतागण शामिल हुए. साथ ही मुजफ्फरपुर की बैठक में केंद्रीय मंत्री राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह की मौजूदगी रही.
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की उपलब्धियों का होगा प्रचार
इस बैठक में संगठनात्मक रणनीतियों एवं निचली इकाइयों को मजबूत बनाने संबंधित महत्वपूर्ण विषयों पर विस्तार से चर्चा हुई. साथ ही मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की तमाम ऐतिहासिक उपलब्धियों के व्यापक प्रचार-प्रसार पर भी जोर दिया गया. प्रदेश अध्यक्ष उमेश सिंह कुशवाहा ने कहा कि प्रथम चरण के जिला स्तरीय कार्यकर्ता सम्मेलन में आम जनता की शानदार उपस्थिति रही है. खासतौर पर सभी छह जिलों में आयोजित कार्यक्रमों में पार्टी कार्यकर्ताओं का उत्साह और जोश दर्शनीय था. यह आगामी बिहार विधानसभा चुनाव के लिए काफी अच्छे संकेत भी हैं. उमेश सिंह कुशवाहा ने कहा कि जदयू का हरेक कार्यकर्ता ‘मिशन 2025-लक्ष्य 225’ को साकार करने के लिए कृत संकल्पित है.
लोकसभा और उपचुनाव के परिणाम से दिखा हाई जोश
खगड़िया के टाउन हॉल में पार्टी के जिला स्तरीय कार्यकर्ता सम्मेलन को संबोधित करते हुए प्रदेश अध्यक्ष उमेश सिंह कुशवाहा ने कहा कि लोकसभा चुनाव और चार विधानसभा सीटों पर हुए उपचुनाव के परिणाम ने यह साफतौर पर साबित कर दिया है कि बिहार में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और जदयू का कोई विकल्प नहीं है.