सिमडेगा.
वनवासी कल्याण केंद्र झारखंड की शैक्षिक इकाई श्रीहरि वनवासी विकास समिति ने सरस्वती शिशु विद्या मंदिर सलडेगा में हर्षोल्लास से जनजातीय गौरव दिवस मनाया. कार्यक्रम का शुभारंभ विद्यालय के अध्यक्ष हनुमान बोंदिया, सचिव चंदेश्वर मुंडा व प्रधानाचार्य जितेंद्र कुमार पाठक ने संयुक्त रूप से किया. मुख्य अतिथि हनुमान बोंदिया ने कहा कि जनजातीय गौरव दिवस पर जनजातियों के बलिदान, उनकी शौर्य गाथा और उनके कीर्तिमान को याद करने की जरूरत है. उनकी जीवनी को अपने जीवन में आत्मसात करें. वीर शहीदों ने अपनी सीमित संसाधनों और न्यूनतम आर्थिक, सामाजिक और न्यूनतम सुविधाओं के बावजूद भी शिद्दत से अपनी मातृभूमि की रक्षा के लिए अपने प्राणों की बलि दे दी. मौके पर जनजातीय शूर वीरों व वीरांगनाओं को याद किया गया, जिन्होंने अपने देश की आजादी और अपनी गौरवशाली परंपरा के स्थायित्व के लिए सर्वोच्च कीर्तिमान स्थापित किया है. प्रधानाचार्य जितेंद्र कुमार पाठक ने कहा कि भारत के जनजातीय समुदाय के लोगों ने न सिर्फ ब्रिटिश शासन के खिलाफ लड़ाई लड़ी, बल्कि अपनी रोटी, बेटी और माटी की पहचान, अपनी संस्कृति व अधिकारों की रक्षा में अपना सब कुछ बलिदान कर दिया. विद्यालय के भैया-बहनों ने सामूहिक रूप से शानदार नृत्य प्रस्तुत किया. भैया-बहनों के विभिन्न दलों के साथ कई खेलों का आयोजन किया गया. मौके पर आयोजित रस्सा-कस्सी में बालक वर्ग में शिवाजी दल विजेता रहा तथा बालिका वर्ग में भरत दल विजेता रहा. मेंढक रेस में बालक वर्ग में राम गोंड भरत दल, शिवम प्रसाद आरुणी दल, भूषण सिंह आरुणी दल तथा बालिका वर्ग में सोनाक्षी कुमारी भरत दल, आकृति बड़ाइक आरुणी दल, जयंती कुमारी एकलव्य दल, बिस्किट रेस में युवराज टोप्पो एकलव्य दल, दीपक सिंह आरुणी दल, आर्यन कुमार महतो आरुणी दल, बिस्किट रेस बालिका श्वेता कुमारी एकलव्य दल, शिखा कुमारी एकलव्य दल, पिंकी कुमारी शिवाजी दल को क्रमशः प्रथम, द्वितीय तथा तृतीय स्थान प्राप्त हुआ.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है