समस्तीपुर : वैसे सभी नियोजित शिक्षक एवं पुस्तकालयाध्यक्ष, जिन्होंने शिक्षा विभाग के आदेश पर सक्षमता परीक्षा उत्तीर्ण हो चुके हैं उन तमाम शिक्षक एवं पुस्तकालयाध्यक्ष को विज्ञापन की तिथि से राज्यकर्मी का दर्जा मिले. युवा शिक्षक नेता सिद्धार्थ शंकर ने मांग की है कि राज्य के सभी नियोजित शिक्षक जो अब विशिष्ट शिक्षकों का दर्जा प्राप्त हो चुका हैं. उन्हें अविलंब राज्य कर्मी का दर्जा सक्षमता परीक्षा के विज्ञापन की तिथि से दिया जाये. साथ ही वे सभी शिक्षकों को सेवा निरंतरता और प्रोन्नति का लाभ देना सरकार और शिक्षा विभाग की नैतिक जिम्मेवारी है. श्री शंकर ने कहा कि सरकार राज्य कर्मी दर्जा एवं इससे संबंधित कार्य के लिए विभाग अतिशीघ्र अधिसूचना जारी करे. श्री शंकर ने सरकार से मांग करते हुए कहा कि बिहार के नियोजित शिक्षक एवं पुस्तकालयाध्यक्ष ने सक्षमता परीक्षा पास कर अपनी क्षमता और दक्षता को प्रदर्शित कर चुकी है. वे सभी पिछले लगभग एक वर्ष से सक्षमता उत्तीर्ण शिक्षक पिछले एक राज्य कर्मी के लिए क्वालिफाइड हैं. इसी वजह से राज्य कर्मी नहीं होने के कारण उन्हें आर्थिक हानि का सामना करना पड़ रहा है. सरकार द्वारा औपबंधिक नियुक्ति पत्र प्रदान करने के बावजूद अब तक सरकार के द्वारा इन्हें राज्य कर्मी बनाने के लिए अधिसूचना जारी नहीं की गई है, जिससे शिक्षकों में असंतोष व्याप्त है. उन्होंने कहा कि राज्य के नियोजित शिक्षक पूरी निष्ठा, लगन, ईमानदारी और कर्मठता से अपने कार्यों का निर्वहन कर रहे हैं. ऐसी स्थिति में इन्हें विशेष लाभ दिया जाना आवश्यक है.
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