Pan Card 2.0: केंद्र सरकार ने जल्द ही एक क्यूआर कोड सुविधा वाला नया पैन कार्ड 2.0 लाने की घोषणा कर दी है. इसके साथ ही केंद्र ने कहा है कि वर्तमान पैन कार्ड को भी अपग्रेड किया जाएगा. ऐसे में पैन कार्ड धारकों के मन में सवाल उठ रहा है कि नया पैन कार्ड के आ जाने से क्या उनका पुराना कार्ड बेकार हो जाएगा. क्या नये पैन के लिए आवेदन करना चाहिए? इस तरह के सवाल कई लोगों के मन में उठ रहे हैं. इन सवालों का स्पष्ट रूप से जवाब है नहीं. आपको नये पैन कार्ड बनवाने की जरूरत नहीं पड़ेगी.
नये पैन नंबर के लिए आवेदन करने की जरुरत नहीं
सीबीडीटी की ओर से कहा गया है कि मौजूदा पैन कार्ड धारकों को नयी प्रणाली (PAN 2.0) के तहत नये पैन नंबर के लिए आवेदन करने की जरुरत नहीं है. यदि मौजूदा पैन धारक अपने मौजूदा पैन विवरण जैसे ईमेल, मोबाइल नंबर, पता या जनसांख्यिकीय विवरण जैसे नाम, जन्म तिथि आदि में कोई सुधार या अपडेट करना चाहते हैं, तो वे पैन 2.0 परियोजना शुरू होने के बाद ऐसा बिना किसी शुल्क के कर सकते हैं.
पुराने पैन कार्ड का क्या होगा?
केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने सोमवार को कैबिनेट के फैसले को बताते हुए साफ कर दिया था कि यदि आपके पास पहले से पैन कार्ड है तो उसे बदलने की जरूरत नहीं है. आपका पुराना नंबर ही वैलिड होगा. उन्होंने कहा था कि जिनके पास भी पुराना पैन कार्ड है उनका नंबर तो वही रहेगा. उन्हें सिर्फ नया पैन कार्ड बनवाना पड़ेगा. यही नहीं अपग्रेडेड पैन में डाटा बिल्कुल सुरक्षित होगा. केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा है कि इसके लिए पैन डाटा वाल्ट सिस्टम बनाया जा रहा है.
क्या क्यूआर कोड से लैस होंगे नये पैन कार्ड?
केंद्र सरकार ने करदाताओं को क्यूआर कोड सुविधा से लैस नए तरह के पैन कार्ड जारी करने के लिए 1,435 करोड़ रुपये की परियोजना को मंजूरी दी है. पैन 2.0 परियोजना का मकसद सरकारी एजेंसियों की सभी डिजिटल प्रणालियों के लिए एक समान व्यवसाय पहचानकर्ता तैयार करना है. आर्थिक मामलों की मंत्रिमंडलीय समिति (सीसीईए) की सोमवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अध्यक्षता में हुई बैठक में इस परियोजना को मंजूरी दी गई.
क्या एक से अधिक पैन रख पाएंगे करदाता?
पैन 2.0 परियोजना के तहत क्यूआर कोड आधारित उन्नत प्रणाली लागू होने से नकली कार्ड की पहचान काफी आसान हो जाएगी. करदाता एक से अधिक पैन कार्ड नहीं रख पाएंगे.
कब लागू होगी यह परियोजना?
यह परियोजना अगले साल (2025) से लागू होगी.
क्या है पैन 2.0 का मकसद?
पैन 2.0 परियोजना स्थायी खाता संख्या (PAN) जारी करने की मौजूदा प्रणाली को सुधारने के मकसद से लाई गई है. पैन 2.0 परियोजना का उद्देश्य सरकारी एजेंसियों की सभी डिजिटल प्रणालियों के लिए एक समान व्यवसाय पहचानकर्ता तैयार करना है.