डकरा. सीसीएल परिवार के साथ मिलकर रक्तदान को लेकर सिविल सोसाइटी खलारी-डकरा में जो अभियान चलाया जा रहा है वह अद्भूत है. छोटी जगह पर लोगों को रक्तदान के लिए प्रेरित कर नियमित रूप से शिविर आयोजित कर थैलेसीमिया पीड़ित बच्चों की सेवा की जा रही है उसके लिए क्षेत्र के सभी रक्तदाता और सहयोगी पुण्य के भागीदार हैं. उक्त बातें झारखंड के एडीजी संजय लाटकर ने मंगलवार को सदर अस्पताल रांची में कहीं. वह सदर अस्पताल में रक्तदान शिविर आयोजित करने वाले संस्थानों के लिए सम्मान समारोह में बतौर मुख्य अतिथि संबोधित कर रहे थे. ब्लड बैंक इंचार्ज डॉ मंजू सिन्हा ने कहा कि राज्य में 1500 थैलेसीमिया पीड़ित बच्चों की सहायता के लिए लोगों का इतना सहयोग मिल रहा है कि यहां का ब्लड बैंक राज्य में नंबर वन स्थान पर आ गया है. इस अभियान में सिविल सोसायटी खलारी-डकरा का पिछले चार वर्षों से बड़ा योगदान रहता है. सोसायटी के सुनील कुमार, अवधेश राय, मुनेश्वर मुन्ना, प्रवीण प्रसाद और डोमरचंद महतो को शाॅल, मोमेंटो और प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया.
23 शिविर में संख्या 2500 के पार :
रांची के सदर अस्पताल में इलाजरत थैलेसीमिया पीड़ित बच्चों को जब रक्त की कमी होने लगी तो डकरा के 12 युवाओं ने मिलकर सिविल सोसायटी का गठन कर सबसे पहले 16 दिसंबर 2020 को रक्तदान शिविर डकरा में लगाया. पहले शिविर में ही 194 यूनिट रक्त संग्रह कर जब अस्पताल को भेजा गया तब से यह अभियान शुरू हो गया और बड़ी संख्या में लोग जुड़कर काम करने लगे. सोसायटी ने अबतक डकरा, खलारी, हेसालौंग, पिपरवार, आम्रपाली-चन्द्रगुप्त, मगध-संघमित्रा, टंडवा और रजाहरा में कुल 23 शिविर लगाये हैं, जिसमें 2527 यूनिट रक्त संग्रह कर अस्पताल को दिया गया. पिछले महीने अगस्त में 540 यूनिट रक्त सदर अस्पताल को दिया गया है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है