अनुमंडल व प्रखंड कार्यालय में मंगलवार को संविधान दिवस मनाया गया. इस दौरान एसडीएम एसजेड हसन ने लोगों को देश की एकता और अखंडता की शपथ दिलायी. वहीं युवाओं से इंटरनेट मीडिया के गलत प्रयोग से बचने की सलाह दी. उन्होंने कहा कि इससे कई तरह की भ्रांतियां पैदा होती है. समाज में विद्वेष की भावना उत्पन्न होती है. समाज के लिए बेहतर काम करने की सलाह दी. एसडीएम ने कहा कि संविधान दिवस हर साल 26 नवंबर को मनाया जाता है. उन्होंने कहा कि 1949 में 26 नवंबर के दिन भारत का संविधान बनकर तैयार हुआ था. संविधान को बनाने में बाबा साहब भीमराव आंबेडकर को दो साल, 11 महीने और 18 दिन लगे. हमारा संविधान विश्व का सबसे बड़ा संविधान माना जाता है. भारत का संविधान 26 जनवरी 1950 से लागू किया गया था. उन्होंने कहा कि भारत सरकार द्वारा पहली बार 2015 में संविधान दिवस मनाया गया.
वहीं दूसरी ओर प्रखंड कार्यालय परिसर में आयोजित कार्यक्रम में बीडीओ गुलजारी कुमार पंडित ने कहा कि आज के दौर शिक्षा की स्थिति दयनीय हो गयी. शिक्षा पीछे छूट रही है. आधा-अधूरा ज्ञान बच्चों को दिया जा रहा है. शिक्षा जगत के लोग अपने शिक्षा रूपी दीप से देश और समाज को रोशन करने का कार्य करें. उन्होंने संविधान दिवस पर लोगों को देश और समाज की एकता और अखंडता की शपथ दिलायी. मौके अंचलाधिकारी हरिनाथ राम ने संविधान दिवस पर महापुरुषों को याद करते हुए इसके महत्व पर प्रकाश डाला. उन्होंने कहा कि हमारी एकता देश की रक्षा करता है.
मौके पर बीपीआरओ सत्यनारायण रजक, पूर्व प्रमुख विकास चंद्र यादव, प्रमुख प्रतिनिधि अमित कुमार, दयानंद ऋषिदेव, राजेश कुमार, प्रदीप पासवान, देवनारायण राम आदि उपस्थित थे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है