जमुई. संविधान दिवस और ऐतिहासिक किसान आंदोलन की चौथी बरसी पर देश भर के सभी जिला मुख्यालय पर चेतावनी मार्च निकाला गया. मार्च का नेतृत्व भाकपा माले नेता बाबू साहब सिंह, किसान नेता मनोज कुमार पांडेय, सीपीआई के गजाधर रजक, सीपीएम के नरेश यादव, मो हैदर, बिहार किसान समिति के दामोदर दास और सुखन बास्के ने किया. सभा की अध्यक्षता किसान नेता मनोज कुमार पांडेय ने किया. भाकपा माले के जिला सचिव शंभू शरण सिंह और सीपीआई के वरिष्ठ नेता नवल किशोर सिंह ने संयुक्त रूप से कहा कि विकास में मजदूरों, किसानों एवं अन्य मेहनतकश वर्गों का अहम योगदान है. लेकिन हमारे देश की सरकारें चाहे केंद्र की हो या राज्यों के बड़े पूंजीपतियों, कारपोरेट घरानों और बड़े भूस्वामियों के निहित स्वार्थों में काम करती हैं. किसानों से जो समझौता हुआ सरकार उस समझौता को लागू नहीं कर रही है. जब तक मजदूरों, किसानों एवं अन्य मेहनतकश वर्गोंं की सभी मांगें पूरी नहीं हो जातीं, यह न्यायपूर्ण संघर्ष जारी रहेगा. मौके पर खेत मजदूर नेता बासुदेव राय, जयराम तुरी, मुरारी तुरी, कृष्ण मुरारी राम, रामदयाल यादव, किरण गुप्ता, कमली बहन, राजू राय, उदय राय, सुभाष राय, चंद्रदेव राय, उमेश राय सहित सैंकड़ों की संख्या में किसान, मजदूर उपस्थित थे.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है