बेतिया. नरकटियागंज अनुमंडलीय अस्पताल में बिना सूचना अनुपस्थित रहने पर अस्पताल उपाधीक्षक गाज गिरने के साथ ही हॉस्पिटल के 12 चिकित्सक व अस्पताल प्रबंधक भी कार्रवाई के जद में आ गए हैं. जबकि दो जीएनएम को सस्पेंड किया गया है. सिविल सर्जन डॉ विजय कुमार ने जांच दल की टीम के प्रतिवेदन के आधार पर सभी से स्पष्टीकरण तलब किया है. साथ ही वेतन भुगतान पर भी रोक लगा दिया है. साथ ही कार्य में लापरवाही बरतने के मामले में दो जीएनएम विभा कुमारी व खुशबू कुमारी को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है. जिन चिकित्सकों से स्पष्टीकरण तलब व वेतन भुगतान पर रोक लगाई गई है, उसमें उपाधीक्षक डॉ प्रशांत कुमार, डॉ संजीव कुमार, डॉ प्रदीप शरण, डॉ अबरार, डॉ सूर्यप्रकाश, डॉ रजनीकांत रौशन, डॉ गजाला प्रवीण, डॉ लालबाबू, डॉ मुन्ना कुमार, डॉ शगुफता अनवर, डॉ सागर कुमार शामिल हैं. इसके अलावे अस्पताल प्रबंधक विपिन राज, जीएनएम संगीता कुमारी, विभा कुमारी व खुशबू के भी वेतन भुगतान पर रोक लगा दिया गया है. सीएस ने बताया कि एसीएमओ डॉ रमेशचंद्रा व डॉ आरएस मुन्ना से संयुक्त जांच अनुमंडलीय अस्पताल की कार्रवाई गई थी. उनके प्रतिवेदन के आधार पर कार्रवाई की गई है. ———– प्रसूता की मौत में डॉ गजला पर लापरवाही का आरोप एसीएमओ के नेतृत्व में गठित टीम ने सीएस को दिए जांच रिपोर्ट में खुलासा किया है कि संविदा पर बहाल डॉ गजला प्रवीण के लापरवाही व उनके अनाधिकृत रुप से अनुपस्थित रहने के कारण प्रसूता की मौत हुई थी. इसको गंभीरता से लेते हुए सीएस ने उनके विरुद्ध कार्रवई के लिए राज्य स्वास्थ्य समिति के निदेशक को प्रतिवेदन भेजा है. वहीं मरीज के शारीरिक जांच नहीं करने के मामले में सीएस ने संविदा आधारित नरकटियागंज अनुमंडलीय अस्पताल में कार्यरत डॉ गोविंदचंद्र शुक्ल से भी स्पष्टीकरण तलब किया है. स्पष्टीकरण संतोषजनक नहीं होने पर कार्रवाई की बात कही है.
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