बोकारो, मानव संसाधन के ज्ञानार्जन एवं विकास विभाग में ‘सिनेमिक्स एस 120 बेसिक’ पर पांच दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम मंगलवार से शुरू हुआ. उद्घाटन सत्र में मुख्य महाप्रबंधक (विद्युत्) डी सरकार व ज्ञानार्जन एवं विकास विभाग की महामहाप्रबंधक डीआर टोप्पो उपस्थित थे. डी सरकार ने सभी प्रतिभागियों से इस कार्यक्रम को अन्तः क्रियात्मक बनाकर अधिकतम जानकारी अर्जित करने व इसको विभाग के लोगों के साथ साझा करने का अनुरोध किया. सीमेंस के विशेषज्ञ व अनुभवी फैकल्टी अभिषेक कुमार के सहयोग से आयोजन किया जा रहा है. विभिन्न विभागों के कुल 15 प्रशिक्षणार्थी शामिल हैं. कार्यक्रम का संचालन व धन्यवाद ज्ञापन प्रबंधक (ज्ञानार्जन एवं विकास) एसकेडी भौमिक ने किया. इस प्रशिक्षण कार्यक्रम के संबंध में जानकारी दी. कार्यक्रम की शुरूआत में सभी प्रतिभागियों को शपथ दिलायी गयी. प्रतिभागियों से कार्यक्रम का अधिकतम लाभ उठाने की अपील की गयी. कार्यक्रम के आयोजन मे ज्ञानार्जन एवं विकास विभाग के वरीय ऑपरेटिव राकेश कुमार, कौशलेंद्र प्रताप सिंह व इंस्ट्रक्टर अर्जुन प्रसाद बाउरी का योगदान रहा.
हंगामेदार रही सेल प्रबंधन व एनजेसीएस यूनियनों की बैठक
बोकारो. बीएसएल सहित सेल कर्मियों के 39 माह के बकाया एरियर, बोनस, कर्मचारियों के निलंबन आदि विषयों पर दिल्ली में बैठक हुई. बैठक में कई बार हंगामा की स्थिति बनी. मुख्य केंद्रीय श्रमायुक्त की मौजूदगी में सेल प्रबंधन व एनजेसीएस यूनियनों के बीच बैठक संपन्न हुई. एनजेसीएस यूनियनों को कहा कि केंद्र सरकार की गाइडलाइन है, इस वजह से वह बकाया एरियर नहीं दे सकते हैं. यूनियनों ने कहा कि गाइडलाइन कब की है. जब प्रबंधन को यह जानकारी थी, तो एमओयू के समय एरियर देने का दावा क्यों किया गया.39 माह के बकाया एरियर को लेकर काफी देर तक तर्क-विर्तक होता रहा. मुख्य श्रमायुक्त ने प्रबंधन से बैठक करके मामले का समाधान करने को कहा. अंतत: यह तय हुआ कि 15 दिसंबर तक एनजेसीएस सब कमेटी की बैठक होगी. इसके बाद 15 जनवरी तक एनजेसीएस फुल बॉडी की मीटिंग होगी.एनजेसीएस सब कमेटी व एनजेसीएस फुल बॉडी की मीटिंग के डेट को लेकर भी काफी देर बहसबाजी हुई. यूनियन बैठक की तारीख भी घोषित करने की मांग कर रही थी. कहा कि वेतन समझौते के समय विश्वास में लिया गया था कि एरियर देंगे. अब कहा जा रहा है कि नहीं मिलेगा. यह वादा खिलाफी है. बैठक में इंटक, सीटू, एटक व एचएमएस के प्रतिनिधि शामिल हुए. मिटिंग का मिनट्स तैयार हुआ. हस्ताक्षर करने के समय सीटू ने इंकार कर दिया. यूनियन के नेता का कहना था कि प्रबंधन बार-बार अपने वादे से मुकर जा रहा है. इसलिये बैठक के सभी विषय लिखित में आना जरूरी है.
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