चाईबासा.
पश्चिमी सिंहभूम जिले के ऐतिहासिक और पारंपरिक गौशाला मेले में दूसरे दिन मंगलवार को भारी भीड़ उमड़ी. गुलाबी ठंड के बीच लोगों ने जमकर मेले में आनंद लिया. गौशाला मेले में कोल्हान प्रमंडल के तीनों जिलों के साथ सीमावर्ती राज्य ओडिशा, पश्चिम बंगाल व मध्यप्रदेश के लोग आते हैं. मेला दिन-रात चलता है. यहां लाखों लोग पहुंचते हैं. खास कर ग्रामीण क्षेत्र के लोग रातभर मेले का आनंद लेते हैं. मेले में बिजली झूला, ब्रेक डांस, मौत का कुआं, बच्चों का ड्रैगन ट्रेन, बोट झूला, मिक्की माउस, बेबी ट्रेन, जांपिंग जैक आदि हैं. वहीं, स्वादिष्ट व्यंजन के कई स्टॉल लगे हैं. हस्तनिर्मित पारंपरिक बांस की टोपी, मनिहारी, गौमकरी सामग्रियां, गन्ना आदि के स्टॉल लगे हैं. मेले में उत्तरप्रदेश के खाजा से लेकर हर तरह के स्टॉल में आकर्षण का केंद्र बना है. इस मेले का इंतजार जिले के लोगों को रहता है. मेले की खासियत यह रातभर जमकर चलता है. यहां ग्रामीण क्षेत्र से आये लोग पूरी रात मेला का आनंद उठाते हैं. लोग मेले से अपने-अपने घर जाते समय गन्ना जरूर ले जाते हैं.मेले में सुरक्षा का व्यापक इंतजाम
मेले में सुरक्षा के व्यापक इंतजाम किये गये हैं. मेला परिसर में जगह-जगह पुलिस बल की तैनाती की गयी है. पुलिस अधीक्षक आशुतोष शेखर ने काफी तादाद में महिला व पुरुष पुलिस कर्मियों और पदाधिकारियों को प्रतिनियुक्ति की है. प्रतिनियुक्त पुलिस कर्मियों के जिम्मे विधि-व्यवस्था से लेकर यातायात नियंत्रण का भार रहेगा. मेले में शांति व्यवस्था बनाये रखने के लिए पुलिस पदाधिकारी रात को गश्त करते रहे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है