कोलकाता. शिक्षक नियुक्ति घोटाले में सीबीआइ ने राज्य के पूर्व शिक्षा मंत्री पार्थ चटर्जी के करीबी माने जानेवाले संतू गंगोपाध्याय को गत सोमवार को पूछताछ के बाद गिरफ्तार लिया था. मंगलवार को उसे स्पेशल सीबीआइ कोर्ट में पेश किया गया, जहां से उसे चार दिनों यानी 29 नवंबर तक सीबीआइ हिरासत में रखे जाने का निर्देश दिया गया. अदालत में सुनवाई के दौरान सीबीआइ की ओर से आरोप लगाया गया कि घोटाले में संतू का अहम योगदान है. उसने नौकरी चाहने वाले लोगों से बड़े परिमाण में धन जुटाया. सीबीआइ का दावा है कि पिछले कुछ दिनों में कई लोगों से पूछताछ में संतू का नाम सामने आया. इसीलिए केंद्रीय जांच एजेंसी ने उसे अपनी हिरासत में लेने का अनुरोध किया.
इधर, संतू के वकील सलीम रहमान ने सवाल उठाते हुए कहा कि सीबीआइ उनके मुवक्किल से करीब 10 बार पूछताछ कर चुकी है. उसे तब गिरफ्तार करने के बजाय अब क्यों गिरफ्तार किया गया?
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