जैक बोर्ड की परीक्षा फरवरी-मार्च में होने वाली है. इसे लेकर सरकारी विद्यालयों के बच्चों को मानसिक रूप से तैयार करना है. इसके लिए झारखंड शिक्षा परियोजना परिषद के प्रभारी सचिव उमा शंकर सिंह ने जरूरी निर्देश दिये है. इसके तहत सरकारी विद्यालयों के कक्षा 10वीं व 12वीं में अध्ययनरत छात्र-छात्राओं का पाठ्यक्रम सात दिसंबर तक पूरा कर लेना है. नौ दिसंबर से प्री टेस्ट है. योग्य शिक्षकों से वर्ग 10वीं व 12वीं के लिए प्री टेस्ट वन के एक सेट और मॉडल टेस्ट के पांच सेट विषयवार प्रश्न पत्र बनाकर हार्ड कॉपी व साॅफ्ट कॉपी सात दिसंबर देना है.
वाट्सएप्प ग्रुप बनाना है : जिला शिक्षा पदाधिकारी द्वारा जिला स्तर के वाट्सएप्प ग्रुप में परीक्षा समय-सारणी के अनुसार प्रतिदिन प्री टेस्ट एंड मॉडल टेस्ट प्रश्न पत्र अपलोड करना है. साथ ही आइसीटी व स्मार्ट क्लास का उपयोग करना है. प्री टेस्ट और मॉडल टेस्ट के लिए आवश्यक जैक के वार्षिक इंटरमीडिएट, मध्यमा व मदरसा की अप्रयुक्त उत्तर पुस्तिकाओं का उपयोग किया जा सकता है. प्री टेस्ट के बाद पुस्तिकाओं का मूल्यांकन विद्यालय के शिक्षकों के द्वारा किया जाना है. पुस्तिकाओं का मूल्यांकन 23 दिसंबर तक पूर्ण करते हुए छात्रों का ग्रेडिंग पंजी में कक्षावार तैयार करेंगे.विश्लेषण करना है :
प्री टेस्ट के बाद परीक्षाफल तैयार करते हुए विस्तृत विश्लेषण करना है. छात्र-छात्राओं का ग्रेडिंग करते हुए संबंधित विषयों का स्पेशल क्लास आयोजित की जा सके. प्रति दिन मॉडल टेस्ट पर अभ्यास दो घंटे कराना है. जिन विद्यालयों में विषय आधारित शिक्षकों का अभाव हो वहां शिक्षकों को सप्ताह में तीन दिन प्रतिनियोजित कर कक्षा संचालन सुनिश्चित करना है. यह व्यवस्था दिसंबर व जनवरी में करनी है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है