कोलकाता. एक ही पद पर 26 साल कार्य करने के बाद भी कोलकाता नगर निगम के इंजीनियरों को प्रमोशन नहीं मिल रहा है, इसलिए निगम के वामपंथी समर्थित संगठन केएमसी इंजीनियर्स एंड एलाइड सर्विसेज एसोसिएशन की ओर से पदोन्नति की मांग पर मंगलवार को विभिन्न विभागों को डायरेक्टर जनरल (डीजी) को ज्ञापन सौंपा गया.
संगठन का कहना है कि निगम में इंजीनियर दिन-रात सेवाएं देते हैं. इसके बाद भी हमें वंचित होना पड़ रहा है. हमारा प्रमोशन रोका जा रहा है. इस आरोप पर केएमसी इंजीनियर्स एंड एलाइड सर्विसेज एसोसिएशन की ओर से मंगलवार को निगम में विरोध प्रदर्शन किया गया. विरोध प्रदर्शन के दौरान संगठन के पूर्व अध्यक्ष रतन भट्टाचार्य सह अन्य इंजीनियर शामिल हुए थे.
वामपंथी अभियंता संगठन की मुख्य मांग यह है कि उच्च न्यायालय के फैसले के अनुसार सभी सहायक अभियंताओं को पदोन्नति दी जाये. इस मांग को लेकर केएमसी इंजीनियर्स एंड एलाइड सर्विसेज एसोसिएशन की ओर से निगम के सभी विभागीय डीजी को ज्ञापन सौंपा गया है.
उनका दावा है कि निगम में फिलहाल असिस्टेंट इंजीनियर के कुल पदों की संख्या 288 है, जिनमें से 139 पद खाली हैं. असिस्टेंट इंजीनियर मैकेनिकल के कुल 78 पद हैं, जिनमें से 31 पद खाली हैं. इसके अलावा असिस्टेंट इंजीनियर इलेक्ट्रिकल पदों की कुल संख्या 74 है और रिक्त पदों की संख्या 38 है.
एसोसिएशन के अध्यक्ष मानस सिन्हा ने आरोप लगाया कि प्रमोशन नहीं मिलने एवं पद रिक्त होने के कारण निगम की परिसेवाएं बाधित हो रही हैं.
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