– बोरा व झोला तैयार करने वाली कंपनी ने यूनिट के लिये दिया प्रस्ताव, अगली बैठक में होगा निर्णय
मुजफ्फरपुर.
बैग क्लस्टर के बाद अब बोरी व झोला तैयार करने में भी जिला की पहचान बनेगी. आने वाले दिनों में यहां बोरियों का बाजार भी आकार लेगा. वहीं स्थानीय स्तर से लेकर बाहर तक एक्सपोर्ट होगा. एक लिमिटेड कंपनी ने मुजफ्फरपुर औद्योगिक क्षेत्र में बुने हुए बोरियों को तैयार करने के लिये जगह को लेकर प्रस्ताव दिया है. मशीनों को इंस्टॉल करने के लिये कंपनी को 3,283 वर्ग फुट जगह की आवश्यकता है.इस प्रस्ताव को बियाडा के प्रोजेक्ट क्लियरेंस कमेटी में भी शामिल कर लिया गया है. अगली बैठक में बियाडा के अधिकारियों की ओर से आवंटन को लेकर निर्णय लिया जायेगा. इसके साथ ही एक कंपनी को सैनिटरी पैड उत्पादन इकाई स्थापित करने के लिये दामोदरपुर औद्योगिक क्षेत्र में पांच हजार वर्ग फुट जगह आवंटित की गयी है. बीते 14 नवंबर को हुई बियाडा के प्रोजेक्ट क्लियरेंस कमेटी में इस प्रस्ताव पर फैसला लिया गया है.ई-कॉमर्स पर टिकाऊ पैकेजिंग की मांग
ई-कॉमर्स में तेजी से सुरक्षात्मक और टिकाऊ पैकेजिंग की मांग बढ़ रही है, जिससे लेमिनेटेड पीपी बुने हुए बैग और बोरियों की बिक्री में और वृद्धि हो रही है. एक रिपोर्ट के अनुसार आने वाले दिनों में दिनों में ई-कॉमर्स क्षेत्र भारत में पीपी बुने हुए बैग और बोरियों की तेजी से बिक्री को बढ़ावा देगा. भारत के पॉलीप्रोपाइलीन बुने हुए बैग और बोरी बाजार में अगले 10 वर्षों में निरंतर वृद्धि होने की उम्मीद है. वर्तमान में अनाज से लेकर सब्जी के भंडारण में सबसे अधिक बोरी का उपयोग होता है. इसके साथ ही एक जगह से दूसरे जगह सामान को पार्सल के जरिये भेजने में भी सबसे अधिक बोरी का उपयोग हो रहा है.दो वर्षों में हर क्षेत्र के निवेशकों का बढ़ा रुझान
बीते दो वर्षों में बेला औद्योगिक क्षेत्र के साथ मेगा फूड पार्क, लेदर पार्क व बियाडा की अन्य पड़ी खाली जमीन पर हर क्षेत्र के निवेशकों का रुझान बढ़ा है जिसमें बैग से लेकर गारमेंट व इथेनॉल प्लांट शामिल है. इसके साथ ही ब्रांडेड मसाला कंपनी से लेकर जूता कंपनी और हर छोटी-बड़ी दैनिक उपयोग से जुड़े प्रोडक्ट तैयार करने वाली कंपनी ने यूनिट को लेकर सहमति दी है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है