नरकटियागंज. अनुमंडलीय अस्पताल में डयूटी से गायब रहने वाले कर्मियों व चिकित्सकों का सिलसिला थमने का नाम नही ले रहा. अधिकारियों को बिना बताये गायब रहने के मामले में जहां उपाधीक्षक को पद से हटाते हुए दर्जन भर चिकित्सकों व कर्मियों के वेतन पर रोक व निलंबन की कार्रवाई सीएस विजय कुमार ने की है तो वहीं दूसरी ओर मंगलवार को आईडीएसपी रोग सर्वेक्षण कार्यक्रम का प्रशिक्षण देने पहुंचे एसीएमओ डॉ रमेश चन्द्रा के निरीक्षण में एक बार फिर दर्जन भर कर्मी समेत आठ चिकित्सक गायब पाये गये है. एसीएमओ ने पूर्व की ही भांति निरीक्षण से संबंधित रिपोर्ट सिविल सर्जन को दी. मामले में सिविल सर्जन डॉ विजय कुमार ने चिकित्सकों व कर्मियों के अनुपस्थित अवधि के वेतन को अवरुद्ध किया है. साथ ही अनुपस्थित चिकित्सकों और कर्मियों से प्रभारी उपाधीक्षक के माध्यम से स्पष्टीकरण भी मांगा है. अनुपस्थित रहने वाले चिकित्सकों में डॉ संजीव कुमार, डॉक्टर प्रदीप शरण, डॉ अबरार, डा रजनीकांत रौशन, डॉ सुधीर कुमार, डॉ लालबाबू, डॉ सागर कुमार, डॉ मुन्ना कुमार शामिल हैं . बता दें कि पूर्व में बिना बताये गायब रहने के मामले में अस्पताल के उपाधीक्षक डाॅ प्रशांत और स्वास्थ्य प्रबंधक विपीन राज के विरुद्ध कार्रवाई की गाज गिर चुकी है. बावजूद इसके अस्पताल के स्वास्थ्यकर्मी, अधिकारी सुधार का नाम नहीं ले रहे. इधर एसएमओ की जांच और लगातार हो रही कार्रवाई के बाद यह चर्चा आम होने लगी है कि देर से ही सही अस्पताल की व्यवस्था दोनों अधिकारियाें की बदौलत कुछ दिनों में जरूर सुधर जाएगी. ——————– अस्पताल प्रबंधक पर बर्खास्तगी की लटकी तलवार जच्चा बच्चा की मौत मामले में अस्पताल प्रबंधक विपिन राज पर भी कार्रवाई की तलवार लटक गयी है. मामले में सिविल सर्जन ने स्वास्थ्य प्रबंधक से दो दिनों के अंदर जवाब मांगा है. पूछा है कि अनाधिकृत रूप से अनुपस्थिति के कारण और अक्षमता को देखते हुए क्यों न आपको चयनमुक्त की कार्रवाई की जाये. गौरतलब हो कि बीते 19 नवंबर को डमरापुर की दिनेश राम की पत्नी तारा देवी की मौत हो गयी थी.
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