नयागांव. ऐतिहासिक सोनपुर मेला की चहल-पहल के बीच एक खास आकर्षण बनकर उभरी है दीदारगंज, पटना के विनोद यादव की पापड़ी की दुकान. इसके अलावा यहां दर्जनों दुकान मेले की शोभा बढ़ा रही है. पापड़ी को यहां मियां मिठाई भी कहते हैं. लकड़ी बाजार से चिड़िया बाजार की ओर बढ़ते ही सोंधी-सुंधी खुशबू आने वाले हर राहगीर को अपनी ओर खींच लेती है. यह खुशबू किसी और की नहीं, बल्कि मेले की मशहूर पापड़ी की है. जो मेले में हर उम्र के लोगों को लुभा रही है. दुकान पर पापड़ी के साथ मंसूर, खजूर और ग्लूकोज मिठाई भी उपलब्ध है. जो मेले में मिठास घोल रही है. मेले में पापड़ी की सबसे बड़ी खासियत इसकी ताजगी और पारंपरिक स्वाद है. दुकानदार का कहना है कि हम इसे शुद्ध सामग्री और पुराने पारंपरिक तरीके से तैयार करते हैं. जिससे इसका स्वाद और खुशबू अनोखी बन जाती है. यही कारण है कि उनकी दुकान पर आने वाले ग्राहक हर बार कुछ नया अनुभव लेकर जाते हैं.सोनपुर मेले की भीड़ और रौनक के बीच विनोद यादव की दुकान न सिर्फ मिठाई बेच रही है, बल्कि लोगों को पुराने जमाने के पारंपरिक स्वाद की याद दिला रही है. यहां आने वाले ग्राहक इस पापड़ी को अपने घर ले जाने के लिए बड़े उत्साह से खरीद रहे हैं. यह स्वाद न सिर्फ उनके मेले की यादों में मिठास घोलता है, बल्कि उनके रिश्तों में भी. इस साल अनेको दुकान मेले के सबसे लोकप्रिय स्टालों में से एक बन गयी है. हर दिन यहां ग्राहकों की भीड़ उमड़ती है, जो उनके उत्पादों की गुणवत्ता और स्वाद का प्रमाण है. सोनपुर मेले में आये कई पर्यटक और स्थानीय लोग उनकी मिठाइयों की तारीफ करते नहीं थकते.
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