गया. शहरी इलाकों में बंद घरों व प्रतिष्ठानों में चोरी के मामलों में संबंधित थानों की पुलिस की अजीबोगरीब हरकत सामने आ रही है. इन हरकतों से ऐसा लग रहा है कि चोरी की घटनाओं का खुलासा करने के प्रति संबंधित थानों की पुलिस रूचि नहीं ले रही है.ऐसा ही दो मामला प्रकाश में आया है. एक मामला विष्णुपद थाना और दूसरा मामला चंदौती थाना से जुड़ा है. कहीं चोरी की शिकायत मिलने पर 41 दिनों के बाद प्राथमिकी दर्ज की जा रही है, तो कहीं 12 दिनों के बाद प्राथमिकी दर्ज की जा रही है. जानकारी के अनुसार, मोहनपुर थाना क्षेत्र के ऐरकी गांव के रहनेवाले दिनेश कुमार शहर के रायकाशी नाथ मोड़ के पास स्थित इंडसइंड बैंक के शाखा प्रबंधक के पद पर पोस्टेड हैं. खटकाचक मुहल्ले में उनके घर में चोरी की घटना 18 अक्तूबर की दाेपहर हुई. इसकी शिकायत विष्णुपद थाने में की. लेकिन, इस मामले में प्राथमिकी 41 दिनों के बाद यानी 24 नवंबर को दर्ज की गयी. पीड़ित शाखा प्रबंधक ने बताया कि घटना के दिन यानी 18 अक्तूबर को चोरी की सूचना विष्णुपद थाने की पुलिस को दी. काफी प्रयास के बाद प्राथमिकी दर्ज की गयी है.
शिकायत मिलने के 12 दिनों के बाद एफआइआर
बांकेबाजार थाना क्षेत्र के आजमगढ़ की रहनेवाली सुनीता कुमारी के पति मुख्यमंत्री आवास में हवलदार पद पर आसीन हैं. विगत चार-पांच वर्षों से सुनीता चंदौती थाना क्षेत्र के एकावनपुर मुहल्ले में अपने रिश्तेदार परैया थाना क्षेत्र के कष्ठुआ-कोयरीबिगहा के रहनेवाले धनंजय कुमार के घर के पास अपने मकान में रह रही हैं. छठ पूजा को लेकर वह अपना घर बंद कर पांच नवंबर को अपने बच्चों के साथ आजमगढ़ चली गयी. इसी दौरान चोरों ने उनके घर का ताला तोड़ कर करीब 25 हजार रुपये नगदी व करीब ढाई लाख रुपये के सोने-चांदी के जेवरात की चोरी कर ली. पीड़िता सुनीता ने बताया कि आजमगढ़ से लौटने के बाद 12 नवंबर को शिकायत दर्ज कराने चंदौती थाने में गयीं. लेकिन, पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की. 24 नवंबर को पुलिस ने प्राथमिकी दर्ज की.
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