रांची. झारखंड के गिरिडीह में बाल विवाह के बाद गर्भवती अवस्था में एक 17 वर्षीय नाबालिग मेंगलुरू स्थित एक अस्पताल में इलाज के दौरान कर्नाटक पुलिस को मिली. नाबालिग के बयान पर मेंगलुरू थाना की पुलिस ने बाल विवाह, दुष्कर्म और पॉक्सो एक्ट के तहत केस दर्ज किया है. दर्ज केस में गिरिडीह के दानिश अंसारी, मोहम्मद इदरीश अंसारी, साजिया खातून, आशिन अंसारी और रूखसाना खातून को आरोपी बनाया गया है. मामला गिरिडीह जिला के पचंबा थाना क्षेत्र का होने की वजह से न्यायालय की अनुमति पर मेंगलुरू पुलिस ने इसे गिरिडीह पुलिस को अनुसंधान के लिए ट्रांसफर कर दिया है. नाबालिग ने अपने बयान में मेंगलुरू पुलिस को बताया है कि पिछले वर्ष उसके परिजनों ने दानिश अंसारी के साथ उसकी शादी कर दी थी. जिसके बाद वह पति के साथ रहने लगी. जुलाई 2024 में पति के साथ रहने के लिए मेंगलुरू चली गयी. 22 अगस्त को जांच के लिए जब उसे मेंगलुरू स्थित एक अस्पताल में भर्ती कराया गया. तब चिकित्सकों से उसे जानकारी मिली कि वह गर्भवती है. अस्पताल से इस बात की जानकारी मेंगलुरू पुलिस को मिली, तब महिला पुलिस पदाधिकारी को नाबालिग का बयान लेने के लिए अस्पताल भेजा गया. इसके बाद नाबालिग के बयान के आधार पर मेंगलुरू पुलिस ने नाबालिग का बाल विवाह कराने, दुष्कर्म और पॉक्सो एक्ट के तहत उक्त आरोपियों पर केस दर्ज कर आगे की कार्रवाई शुरू की. मेंगलुरू पुलिस ने गिरिडीह पुलिस को यह भी बताया कि केस में घटनास्थल का निरीक्षण किया जाना बाकी है. आरोपियों की गिरफ्तारी लंबित है. इसके अलावा नाबालिग का जन्म प्रमाणपत्र प्राप्त करना और केस में साक्ष्य एकत्रित करना लंबित है.
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