Bihar News: सर्दी का मौसम आते ही लोग बीमार पड़ने लगे हैं. खासकर बुजुर्गों और बच्चों को ज्यादा परेशानी हो रही है. सर्दी के इस मौसम में राइनो वायरस से होने वाली सर्दी, खांसी, गले में दर्द और बुखार आम बात हो गई है. इन दिनों मुजफ्फरपुर के सदर अस्पताल और SKMCH में ऐसी बीमारियों से पीड़ित 109 बच्चे भर्ती हैं, जिनका इलाज चल रहा है. इस मौसम में सबसे ज्यादा परेशानी उन बच्चों को हो रही है जिनकी रोग प्रतिरोधक क्षमता कम है या जो कुपोषण के शिकार हैं.
किसी तरह की समस्या पर डॉक्टर से करें संपर्क
डॉक्टरों का कहना है कि सर्दी के मौसम में बच्चों पर खास ध्यान देने की जरूरत है. शुरुआती ठंड का पता नहीं चलता, लेकिन इसका असर सबसे ज्यादा होता है. जिन बच्चों को पहले से सांस फूलने की समस्या हो, उन पर खास ध्यान देना चाहिए और किसी भी तरह के लक्षण दिखते ही डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए.
क्या है राइनो वायरस
राइनो वायरस सर्दी-जुकाम और बुखार का एक आम कारण है. यह अस्थमा को बढ़ाने के लिए भी जिम्मेदार है. यह गंभीर बीमारी का कारण भी बनता है. खासकर अगर किसी का इम्यून सिस्टम कमजोर है, तो इससे सांस लेने में दिक्कत होती है. इस संक्रमण को रोकने के लिए कोई टीका नहीं है. इसका संक्रमण सात दिनों से लेकर दो सप्ताह तक रह सकता है. इसके संक्रमण से नाक बहना, खांसी, सांस लेने में तकलीफ, गले में खराश, सिरदर्द, बुखार, अस्थमा अटैक, साइनस, ब्रोंकाइटिस और निमोनिया जैसी बीमारियां होती हैं.
ओपीडी में बढ़ गयी बीमार बच्चों की भीड़
मुजफ्फरपुर के केजरीवाल और SKMCH के अलावा निजी क्लीनिकों के ओपीडी में बीमार बच्चों की संख्या बढ़ गई है. लोग सुबह से ही अपने बच्चों की जांच कराने के लिए लाइन में लग रहे हैं. शहर के कई शिशु रोग विशेषज्ञ देर रात तक अपने क्लीनिक खोल रहे हैं. डॉक्टर के पास आने वाले ज्यादातर बच्चे सर्दी, खांसी और सांस फूलने की समस्या से पीड़ित हैं. इसके अलावा कोल्ड डायरिया के मामले भी आ रहे हैं.
ठंड में ऐसे करें बच्चों का बचाव
- बच्चों को सुबह कमरे से बिना गर्म कपड़े के बाहर नहीं निकालें
- बच्चों को गुनगुना पानी पीने के लिए दें
- बाहर की तली-भुनी चीजें खाने के लिए नहीं दें
- घर और आसपास की स्वच्छता का ख्याल रखें
- बच्चों को गर्म पानी से खुले में स्नान नहीं कराएं
- सुबह और शाम में गर्म कपड़ा पहना कर रखें
- खाने से पहले हाथ धुलवाएं
- बार-बार हाथों को नाक और मुंह पर रखने से मना करें
क्या कहते हैं डॉक्टर
सर्दी शुरू होते ही बीमार बच्चों की तादाद बढ़ गयी है. SKMCH में पहले की अपेक्षा अधिक भीड़ है. यहां पीकू वार्ड में दम फूलने और तेज बुखार से पीड़ित होने वाले बच्चे भर्ती हो रहे हैं. ओपीडी में भी काफी भीड़ हो रही है. अभी के मौसम में बच्चों पर विशेष ध्यान देने की जरूरत है.
– डॉ गोपाल शंकर सहनी, विभागाध्यक्ष, शिशु रोग विभाग, SKMCH
Also Read: Winter Care Tips: सर्दियों में फटने लगती है नाखून के चारों तरफ की स्किन ये 5 तरह से करें केयर
Also Read: Bihar News: गोपालगंज में 20 घंटे में दूसरी बड़ी लूट, यूपी के व्यवसायी से 4.5 लाख लूटकर अपराधी फरार