सुपौल. शिक्षा विभाग का आदेश सरकारी स्कूलों एचएम के लिए कुछ खास मायने नहीं रखता है. यह बुधवार को एसएसए कार्यालय में आयोजित बैठक में स्पष्ट हुआ. अपार कार्ड निर्माण को लेकर सदर प्रखंड के कुल 80 एचएम की बैठक आयोजित की गई थी. लेकिन बैठक में एक भी एचएम शामिल नहीं हुए. इसके बाद विभाग ने सभी एचएम से स्पष्टीकरण का जवाब मांगा है. डीपीओ स्थापना से जारी पत्र में कहा गया है कि 27 नवंबर को एसएसए सभागार में छात्रों के अपार आईडी निर्माण को लेकर सभी स्कूलों के एचएम की बैठक आयोजित की गई थी. लेकिन इसमें 80 एचएम शामिल नहीं हुए. बैठक में शामिल नहीं होना कार्य के प्रति लापरवाही और अनुशासनहीनता को दर्शाता है. इसको लेकर सभी 24 घंटे के अंदर सभी एचएम को डीपीओ के समक्ष स्पष्टीकरण का जवाब सौंपने को कहा गया है. हालांकि गुरुवार की शाम तक एक भी एचएम ने अपना अपना स्पष्टीकरण का जवाब जमा नहीं किया था. डीपीओ स्थापना राहुल चंद्र चौधरी ने बताया कि 40 एचएम ने अपार कार्ड निर्माण शुरू कर दिया है. हालांकि अभी तक स्पष्टीकरण का जवाब नहीं मिला है. इसके अलावा उपस्थिति बनाकर घर चले जाने वाले दो शिक्षकों से भी स्पष्टीकरण पूछा गया है. मामला सदर प्रखंड के प्राथमिक विद्यालय तेलागोठ का है. 26 नवंबर को प्रखंड संसाधन सेवी के औचक निरीक्षण के दौरान शिक्षिका अनिता कुमार और गुलअपसां अपनी उपस्थिति बनाकर अनुपस्थित पाई गई. एचएम से पूछे जाने पर बताया गया कि दोनों शिक्षिका हर रोज उपस्थिति बनाकर घर चली जाती है. दोनों शिक्षिका से विभाग ने स्पष्टीकरण का जवाब मांगा है. अन्यथा की स्थिति में उक्त तिथि के वेतन कटौती की चेतावनी दी गई है.
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