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महंगाई, फिर भी नहीं हुई एमडीएम की राशि में संतोषजनक बढ़ोतरी

जिले के प्रारंभिक स्कूलों में संचालित मध्याह्न भोजन योजना को लेकर नयी दर लागू की गयी है. सरकार स्तर से जारी नयी दर पहली दिसंबर से लागू होगी.

भभुआ नगर. जिले के प्रारंभिक स्कूलों में संचालित मध्याह्न भोजन योजना को लेकर नयी दर लागू की गयी है. सरकार स्तर से जारी नयी दर पहली दिसंबर से लागू होगी. इधर सरकार स्तर से मध्याह्न भोजन योजना की नयी दर लागू होने के बाद जिले के शिक्षकों ने इसका स्वागत किया है, लेकिन कई शिक्षकों का यह भी कहना है कि लगातार बढ़ती इस महंगाई की तुलना में परिवर्तित नयी दर की राशि प्रति बच्चे महज ऊंट के मुंह में जीरे के फोरन जैसा प्रतीत हो रहा है. जहां सालों बाद नयी दर लागू की गयी है. जबकि, इस समय महंगाई आसमान छू रही है. हाल के माह में दाल, मसाला, तेल, नमक आदि राशन के दाम में काफी इजाफा हुआ है. साग सब्जी पर अगर नजर डालें तो लहसुन का कीमत चार सौ पार कर गयी है. साथ ही टमाटर-प्याज व अन्य हरी सब्जी पर के दामों में भी काफी उछाल आया है. इन सबके बीच कक्षा छह से आठवीं तक के प्रति बच्चे पर परिवर्तित नयी दर की राशि महज कुछ ही बढ़ायी गयी है. नयी दर के अनुसार कक्षा एक से पांचवीं तक के प्रति बच्चे के लिए प्रतिदिन की राशि 6 रुपये 19 पैसे तय किये गये हैं. कक्षा छह से आठवीं तक प्रति बच्चे प्रतिदिन परिवर्तित मूल्य की राशि अब 9 रुपये 19 पैसे किये गये हैं. इसी राशि से एचएम को प्रति बच्चे के हिसाब से जलावन, दाल, सब्जी, मशाला, तेल, नमक आदि सभी खाद्य सामग्री पर खर्च करने होते हैं. हालांकि, अंडा के लिए प्रति बच्चे पांच रुपये अलग से देने का प्रावधान किया गया है. गौरतलब है कि जिले में 985 विद्यालयों में गुरुजी लोगों द्वारा बच्चों को मिलने वाली मिड डे मील यानी एमडीएम की व्यवस्था की जाती है. जबकि, जिले के 197 विद्यालयों में स्वयंसेवी संस्था द्वारा बच्चों को मध्याह्न भोजन की सप्लाई की जाती है. = एमडीएम के लिए विभाग देता है चावल सरकार का प्राइम प्रोजेक्ट स्कूल में बच्चों के लिए चलने वाली मध्याह्न भोजन योजना के लिए विभाग द्वारा चावल स्कूलों तक पहुंचाया जाता है. यहां चावल के अलाव अन्य राशन के लिए स्कूलों को अलग से प्रति बच्चे के हिसाब से राशि दी जाती है. इसी राशि से निर्धारित मात्रा में राशन पर खर्च करने होते हैं. बताया जाता है कि कक्षा एक से पांचवीं के लिए प्रति बच्चे सौ ग्राम चावल व 20 ग्राम दाल निर्धारित है. वहीं, कक्षा छह से आठवीं के लिए प्रति बच्चे चावल डेढ़ सौ ग्राम व दाल 30 ग्राम देना होता है. बच्चों को भोजन देने के लिए बनाया गया मेनू विद्यालय में बच्चों को मध्याह्न भोजन देने के लिए सरकार स्तर से रोस्टर बनाया गया है. बच्चों को दिये जाने वाले भोजन में सोमवार को चावल, दाल और हरी सब्जी, मंगलवार को चावल, छोला या चना सब्जी, बुधवार को वेज पुलाव (हरी सब्जी व सोयाबीन बरी)/चावल-दाल, गुरुवार को चावल, दाल व हरी सब्जी, शुक्रवार को चावल, दाल व हरी सब्जी, शनिवार को खिचड़ी/फ्राइड राइस (हरी सब्जी)/ पालक के साथ सोयाबीन बरी, अचार, पापड़ देने होते हैं. = बच्चों की थाली से हरी साग-सब्जी हो गयी थी गायब एक दिसंबर से मध्याह्न भोजन के लिए सरकार द्वारा नयी दर लागू निर्धारित किये जाने से अब बच्चों की थाली में हरी साग सब्जी भी दिखायी देगी, क्योंकि लगातार सब्जियों के दाम में हो रही बढ़ोतरी के देखते हुए बच्चों के थाली से हरी साग सब्जी गायब हो गयी थी. लेकिन नयी दर लागू होने से अब थाली में हरी साग सब्जी भी दिखायी देगी.

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