हाजीपुर. शहर के आरएन कॉलेज में मनोविज्ञान विभाग की ओर से प्रोफेशनल डेवलपमेंट इन काउंसलिंग स्किल, पर एकदिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया. यह कार्यशाला राजनारायण महाविद्यालय और माइंड डिटाॅक्स सेंटर के साथ एमओयू होने के बाद छात्रों को संयुक्त प्रशिक्षण देने की प्रक्रिया में यह पहला कदम है. कार्यशाला में माइंड डिटाॅक्स सेंटर की संस्थापिका सह निर्देशिका डॉ राबिया उमान ने छात्र एवं छात्राओं को काउंसलिंग को एक प्रोफेशन के रूप में अपनाने की तकनीकियों के बारे में बताया और अपने सेंटर के द्वारा काउंसलिंग से संबंधित रोजगार के अवसरों की जानकारी दी. कार्यशाला की अध्यक्षता करते हुए महाविद्यालय के प्राचार्य प्रो रवि कुमार सिन्हा ने काउंसलिंग की महत्ता पर प्रकाश डालते हुए कहा कि छात्रों को सोशल मीडिया से उत्पन्न भावनात्मक अव्यवस्था की गुलामी से मुक्त होने की जरूरत है. विषय प्रवेश प्रो मोना तब्बसुम ने किया. इस कार्यशाला में अपने महाविद्यालय के शिक्षकों, छात्र एवं छात्रा उपस्थित थी. कार्यशाला में मनोविज्ञान विभाग की अध्यक्षा डॉ रूपा लक्ष्मी, डॉ उषा चौधरी, मुक्ता कुमारी, डॉ स्वर्निका अंग्रेजी विभाग की डॉ सुमन सिन्हा, डाॅ आरके ठाकुर ने भी विचार-विमर्श में भाग लिया. इस कार्यशाला में महाविद्यालय के एक पूर्ववर्ती छात्रा डॉ प्रभाश्री, जिनकी मनोविज्ञान सहायक प्राध्यापक के रूप में नियुक्ति वैशाली महिला कॉलेज, हाजीपुर में हुई है, को महाविद्यालय के प्राचार्य पे सम्मानित किया. कार्यक्रम का संचालन डॉ सबा फरहीन और धन्यवाद ज्ञापन प्रो रूपाश्री जमुआर ने किया.
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