बोकारो, भारत की महारत्न और सार्वजनिक क्षेत्र की सबसे बड़ी इस्पात उत्पादक कंपनी स्टील अथॉरिटी ऑफ इंडिया लिमिटेड (सेल) ने वैश्विक जॉन कॉकरिल समूह की भारतीय शाखा जॉन कॉकरिल इंडिया लिमिटेड (जेसीआइएल) के साथ गुरुवार को मुंबई में एक समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किया है. उद्देश्य अत्याधुनिक प्रौद्योगिकियों, व्यापक उद्योग विशेषज्ञता व इनोवेशन व सस्टेनेबिलिटी के लिए साझा दृष्टिकोण सहित दोनों कंपनियों की संयुक्त क्षमताओं का लाभ उठाना है.
सेल के निदेशक (वित्त) अनिल कुमार तुल्सीआनी व जॉन कॉकरिल इंडिया लिमिटेड के मेटल्स डिवीजन के प्रबंध निदेशक माइकल कोटास ने एमओयू पर हस्ताक्षर किये. फोकस क्षेत्र कार्बन स्टील, ग्रीन स्टील व सिलिकॉन स्टील के लिए कोल्ड रोलिंग और प्रोसेसिंग होंगे, जिसमें विशेष रूप से कोल्ड रोल्ड ग्रेन ओरिएंटेड व कोल्ड रोल्ड नॉन-ओरिएंटेड स्टील्स शामिल रहेंगे. इसका उद्देश्य लौह और इस्पात उत्पादन प्रक्रियाओं में हरित प्रौद्योगिकियों को एकीकृत करना, दक्षता व सस्टेनेबिलिटी को बढ़ाने के लिए उन्नत इस्पात उत्पादन प्रौद्योगिकियों को शामिल करना है.कार्बन उत्सर्जन को कम कर संसाधन दक्षता को और बेहतर बनाने पर जोर
सेल उन्नत एवं सस्टेनेबल प्रौद्योगिकियों को अपनाकर पारंपरिक लौह एवं इस्पात उत्पादन प्रक्रियाओं को बदलने के लिए प्रतिबद्ध है. कार्बन उत्सर्जन को कम करने व संसाधन दक्षता को और अधिक बेहतर करने पर ज़ोर देते हुए सेल अपने परिचालन को गतिशील बाजार की उभरती मांगों के साथ संरेखित कर रहा है. सेल इसके साथ ही हरित व अधिक सस्टेनेबल भविष्य की दिशा में अपना योगदान दे रहा है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है