गोड्डा के कृषि विज्ञान केंद्र के सभागार में वैज्ञानिक सलाहकार समिति की 18वीं बैठक आयोजित की गयी. आये अतिथियों द्वारा संयुक्त रूप से दीप जलाकर कार्यक्रम की शुरूआत की गयी. बैठक में मुख्य अतिथि अटारी, जोन -4, पटना के प्रधान वैज्ञानिक डॉ अमरेंद्र कुमार, जेआरएस, दुमका के एसोसिएट डायरेक्टर डॉ राकेश सक्सेना सहित गोड्डा केवीके के वैज्ञानिक शामिल हुए. वैज्ञानिकों ने जिले में किसानों से इंटरैक्ट भी हुए. किसान खेती कार्य में आ रही समस्याओं से अवगत हुए. मुख्य वैज्ञानिक डॉ अमरेंद्र ने किसानों को इसके उपाय भी बताये. किसानों द्वारा किये जा रहे खेती कार्य को बढ़ावा देने के लिए कई जरूरी टिप्स भी दिये. मूलत: उनके द्वारा मोटे अनाज की खेती को लेकर जरूरी निर्देश दिया गया. इस पर गोड्डा केवीके में किये जाने वाले कार्यों की जानकारी ली.
योजनाओं के बारे में पवार पॉइंट के माध्यम से किया प्रस्तुत
साथ ही जिले के डीडीएम को यहां के किसानों को मोटे अनाज की खेती के लिए प्रेरित करने हेतु फंड, बाजार से लिंकअप आदि करने का सुझाव दिया गया. बताया कि यहां के किसान अभी भी परंपरागत खेती करते हैं. धान आदि का उत्पादन करते हैं. ऐसे में किसानों को मोटे अनाज की खेती को बढ़ावा देने पर काम करना होगा. साथ ही इस दौरान प्रधान वैज्ञानिक डॉ अमरेंद्र ने पशुपालन, सब्जी उत्पादन, मशरूम उत्पादन, मधु मक्खी पालन, समेकित कृषि प्रणाली, स्वच्छता, बहुस्तरीय सब्जी उत्पादन प्रणाली, पोषण वाटिका आदि की जानकारी दी. इस दौरान केंद्र एवं राज्य सरकार की योजनाओं का लेखा-जोखा पवार पॉइंट प्रेजेंटेशन के माध्यम से प्रस्तुत किया. कार्यक्रम में केवीके गोड्डा के प्रधान वैज्ञानिक डॉ रविशंकर, डीडीएम नाबार्ड सहित जिला कृषि पदाधिकारी मुकेश कुमार ने केवीके साथ मिलकर ट्रेनिंग प्राेग्राम चलाने आदि पर बल दिया. कार्यक्रम में केवीके के सतीश कुमार, हेमंत कुमार चौरसिया, डॉ सूर्यभूषण, डॉ राकेश, आत्मा के परियोजना उपनिदेशक राकेश कुमार सिंह, डॉ प्रगतिका मिश्रा, रितेश कुमार दुबे आदि थे.
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