श्रीलक्ष्मी वेंकटेश्वर तिरुपति बालाजी मंदिर में अन्नदान की महिमा का बखान
रांची. श्रीलक्ष्मी वेंकटेश्वर तिरुपति बालाजी मंदिर में शुक्रवार को स्वामी अनिरुद्धाचार्यजी महाराज ने अन्नदान की महिमा का बखान किया. उन्होंने कहा कि अन्नदान सर्वोत्तम दान है. अन्नदान से शारीरिक रोगों से छुटकारा मिलता है. मन को शांति मिलती है और वैभव भी प्राप्त होता है. अतिथि का सत्कार सम्मानपूर्वक करना चाहिए. अतिथि का सम्मान जल सेवा और अन्न सेवा से करें. साधु-संतों का सम्मान करने से मनुष्य के स्वयं का मान-सम्मान और यश बढ़ता है.वेंकटेश्वर भगवान को खिचड़ी का भोग अति प्रिय
स्वामी महाराज ने कहा कि वेंकटेश्वर भगवान को खिचड़ी का भोग अति प्रिय है. खिचड़ी भोग का प्रसाद ग्रहण करने से भगवान मनुष्यों का कष्ट हरते हैं. दरिद्रता दूर होती है. खिचड़ी भोग का प्रसाद पानेवाले को सहज ही समृद्धि की प्राप्ति होती है. स्वामीजी ने मोबाइल के अत्यधिक इस्तेमाल को नुकसानदायक बताया. उन्होंने कहा कि बच्चों के साथ बड़े भी इस बीमारी से ग्रसित हैं. मोबाइल के अधिक व्यवहार करने से मनुष्य डिप्रेशन का शिकार हो जाता है. परिवार के बीच रहकर भी अकेला हो जाता है. जो समय आप मोबाइल में व्यर्थ लगाते हैं, वह समय भगवान के दर्शन और सत्संग में लगायें तो जीव का कल्याण होगा. इस लोक के साथ परलोक भी सुधरेगा.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है