Bihar News: बिहार में सामूहिक धर्म परिवर्तन का खुलासा हुआ है. बक्सर में एजेंट्स के माध्यम से हिन्दुओं को ईसाई बनाया जा रहा है. इन एजेंट्स को सैलरी और इनके बच्चों और परिवार को आर्थिक मदद दी जा रही है. ये एजेंट्स गरीब और परेशान लोगों को ढूंढते हैं. उन्हें बीमारी से चंगाई, नया घर, शादी और मुफ्त शिक्षा का प्रलोभन देकर प्रार्थना में लाते हैं. जहां जादुई जल से बीमारी ठीक करने का दावा किया जाता है.
प्रोजेक्ट के जरिए हो रहा धर्म परिवर्तन का खेल
जानकारी के मुताबिक, यह प्रोजेक्ट विदेशों से संचालित किया जाता है. इन प्रोजेक्ट के कार्यालय या मालिक का पता नहीं है. राज्य में इसाईं बनाने और चर्च बनवाने के कई प्रोजेक्ट चल रहे हैं. अधिकांश प्रोजेक्ट विदेश से ऑपरेट हो रहे हैं. ये प्रोजेक्ट नेटवर्किंग कंपनी, ट्रस्ट व एनजीओ संचालित हो रहे हैं. सिमरी का देव डेविड डगलस और देवढ़िया की आस्था आरिया बन चुकी है. राज्य के गया, जहानाबाद, नवादा, भोजपुर, बक्सर व वैशाली समेत लगभग सभी जिलों में धर्मांतरण का मामला तेजी से बढ़ रहा है.
पकड़े गए एजेंट्स तमिलनाडु के एक ट्रस्ट के सदस्य
बक्सर से पकड़े गए एजेंट्स तमिलनाडु के ‘होप इंडिया वेलफेयर ट्रस्ट’ का सदस्य बताए जा रहे हैं. अब सभी फरार हैं, ट्रस्ट के फोन नंबर बंद आ रहे हैं. एड्रेस भी वेरिफाई नहीं हो पा रहा है. बक्सर का एक शख्स अमेरिका के वाशिंगटन से संचालित ‘लाइफ गिविंग नेटवर्क’ से भी जुड़ा है. यह नेटवर्क प्राथमिक शांति प्रतिनिधि, बच्चों की देखभाल तथा विधवा सहयोग के नाम पर भोले-भाले लोगों को प्रलोभन देकर ईसाई बनाने का काम कर रहा है.
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तेजी से बढ़ रही ईसाई आबादी
बिहार में ईसाई आबादी ग्रोथ 143.21% है. धर्म बदल चुके लोग दावा कर रहे हैं कि चर्च जाने के बाद उनकी आर्थिक व शारीरिक परेशानियां दूर हो गईं. अधिकांश उसमें दलित व पिछड़े वर्ग से आते हैं. जिन्हे महीनों तक प्रार्थना में बुलाया जाता है और लोभ लालच दिया जाता है.
सिंदूर मिटाकर क्रॉस बनाया जा रहा
जो दिव्यांग और आपाहिज है उन्हें चंगा हो जाने का प्रलोभन दिया जाता है. महिलाओं की मांग का सिंदूर मिटाकर क्रॉस बनाया जाता है. देवी- देवताओं से दूर होने की सलाह दी जाती है. प्रशासन मानता है कि लोगों का ब्रेन वाश किया जा रहा है. वहीं बक्सर एसपी का कहना है कि मामले की जांच जारी है. शिकायत पर केस दर्ज हुआ है. पीआर बॉन्ड लिखवाकर छोड़ा गया है.