गया. जल्द ही जिले में टेक्नोलॉजी सेंटर का निर्माण किया जायेगा. इससे तकनीकी दक्षता प्राप्त कर बेरोजगार युवकों को स्वरोजगार का अवसर मिलेगा. तत्काल 1000 से अधिक लोगों को प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से रोजगार उपलब्ध होगा. जिला सर्वाधिक पलायन और नक्सल की समस्या से जूझ रहा है. इसी को देखते हुए गया जिले में उत्कृष्ट तकनीकी प्रशिक्षण संस्थान का होना आवश्यक है. भौगोलिक दृष्टिकोण और नक्सलग्रस्त क्षेत्र के दृष्टिकोण के साथ-साथ पश्चिम बंगाल में जमीन नहीं मिलने के चलते तत्काल गया जिले स्थानांतरित किया गया है. इसका लाभ स्थानीय लोगों को मिलेगा. उक्त बातें केंद्रीय सूक्ष्म लघु एवं मध्यम उद्योग मंत्री जीतन राम मांझी ने शनिवार को कही. उन्होंने कहा कि टेक्नोलॉजी सेंटर का निर्माण 125 करोड़ रुपये से किया जायेगा. इसके बाद यहां औद्योगिक विकास को नयी दिशा मिल सकेगी.
राज्य के पांच जिलों में टेक्नोलॉजी एक्सटेंशन सेंटर की स्थापना की स्वीकृति
बिहार के नालंदा, पूर्णिया, रोहतास, दरभंगा व सारण में इसी विभाग की ओर से टेक्नोलॉजी एक्सटेंशन सेंटर की स्थापना की स्वीकृति दी गयी है. मुख्य टेक्नोलॉजी सेंटर की स्थापना गया जिला में की जायेगी है. श्री मांझी ने कहा कि केंद्र सरकार की ओर से उनके विभाग के काम को काफी तरजीह दी जा रही है, ताकि युवाओं को रोजगार का अवसर उपलब्ध कराया जा सके. इधर, हम के राष्ट्रीय प्रवक्ता इंजीनियर नंदलाल मांझी ने कहा कि एमएसएमइ मंत्रालय के की ओर से बिहार के युवाओं को पलायन से रोकने के लिए विभिन्न जिलों में टेक्नोलॉजी एक्सटेंशन सेंटर की स्थापना की स्वीकृति दी गयी है. गया जिले में मुख्य टेक्नोलॉजी सेंटर होगा. अगले दो वर्ष में शहर के लोगों को अपने सांसद सह केंद्रीय मंत्री का काम दिखने लगेगा. बिहार के विकास के लिए गया के विकास के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने खजाना खोल दिया है. पैसों की कोई कमी नहीं है. देश और बिहार के विकास में किसी भी तरह की कोई रुकावट नहीं होगी.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है